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अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने की आत्महत्या
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नई दिल्ली,09अगस्त(इ खबरटुडे)।बीजेपी के लिए अरुणाचल प्रदेश में कुछ दिनों के लिए सत्ता का पुल बने कलिखो पुल ने मंगलवार सुबह आत्महत्या कर ली. अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री काफी दिनों से डिप्रेशन में थे. कलिखो भगवान पर विश्वास नहीं करते थे. इस बात को उन्होंने एक इंटरव्यू में स्वीकारते हुए कहा था कि ‘अगर ईश्वर होता तो उनको इतनी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता.’ जानें क्या है उनके नाम का मतलब और क्यों किया उन्होंने सुसाइड…
कांग्रेस से की थी बगावत
कलिखो पुल का मतलब होता है, आने वाला बेहतर कल.पहले ये एक कारपेंटर थे, फिर चौकीदार बने. और इसके बाद राजनेता. इन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए पान, बीड़ी भी बेची.जब ये 6 वर्ष के थे तब इनके पिता का देहांत हुआ और जब ये 13 साल के हुए तब इनकी माताजी का निधन हुआ.कांग्रेस से बगावत कर बने थे अरुणाचल के सीएम. इस साल फरवरी से जुलाई तक रहे हैं सीएम. अरुणाचल में बीजेपी की मदद से बनाई थी सरकार.1995 में पहली बार विधायक और मंत्री बने. कम उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने का है रिकॉर्ड.
बहुत ज्यादा प्रेशर में थे
एक समारोह में उन्होंने कहा था कि वो बहुत ज्यादा प्रेशर में हैं.बताया जाता है कि जब से वो सीएम पद से हटे थे तबसे उनका लोगों से मिलना जुलना कम हो गया था.सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद वो काफी डिप्रेशन थे.आजतक से बातचीत में उन्होंने कहा था कि अब वो सिर्फ दिन गिन रहे हैं.ईटानगर के विधायक पेची कासो ने कहा कि उनकी काफी दिन से उनसे मुलाकात नहीं हुई