अब दो जवाब, आयकर विभाग ने भी कमर कस ली
आयकर विभाग से आने लगे नोटिस
मुंबई,19 नवम्बर (इ खबरटुडे)। नोटबंदी के दस दिन के भीतर ही आयकर विभाग ने भी कमर कस ली है। जिन लोगों ने अपने खातों में असामान्य रूप से बड़ी रकम जमा करवाई है, उन्होंने नोटिस भेजे जा रहे हैं और जवाब मांगा जा रहा है कि अचानक से इतने पैसे कहां से आए।
ऐसा ही एक नोेटिस सिलीगुड़ी में जारी किया गया है। स्थानीय आयकर विभाग के अधिकारी नर्बू भूटिया ने बताया, संबंधित खातेदार ने अपने खाते में 12 और 14 नवंबर को 4.51 लाख रुपए जमा करवाए थे। उन्हें नोटिस जारी कर आय के स्रोत के बारे में पूछा गया है।
खातों पर अब आयकर की कार्रवाई शुरू
मालूम हो, मोदी सरकार कालेधन के खिलाफ बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक के संकेत लंबे समय से दे रही थी। लोगों को आगाह किया जा रहा था कि वे अपना कालाधन सरेंडर कर दे। बड़ी संख्या में लोगों पर इसका असर हुआ, लेकिन बीती 8 नवंबर से नोटबंदी लागू होने के बाद से हड़कंप की स्थिति है। बड़ी संख्या में लोग अपना कैश लेकर बैंक पहुंच रहे हैं और पुराने नोट जमा करवा रहे हैं। ऐसे ही खातों पर अब आयकर ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
अब आयकर विभाग की रेडार पर बिल्डर्स
ज्वैलर्स और हवाला ऑपरेटर्स को निशाना बनाने के बाद आयकर विभाग का अगला निशाना देशभर के वो बिल्डर्स है जिन्होंने नोटबंदी के बावजूद पुराने नोट लेकर डील की है। खुफिया रिपोर्ट में साफतौर पर इस बात के संकेत मिले हैं कि कुछ नामी बिल्डरों ने प्रोपर्टी सौदे में पुराने पांच सौ और हजार रूपये के नोट लिए हैं।आठ नवंबर के बाद लिए पैसे को बिल्डर्स अपने पास की नकदी बताने में लगे हुए हैं जिसे उन्होंने सरकार की तरफ से नोटबंद की ऐलान के बाद किए गए प्रोपर्टी सौदे में लिए हैं। यह सर्वे आयकर विभाग की तरफ से देशभर के अलग-अलग शहरों जैसे दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरू, मेरठ, इलाहाबाद, कोलकाता और मध्य प्रदेश के कुछ शहरों में बड़े बिल्डर और ब्रोकिंग हाऊस पर किया गया है।