अधिक अंकों के लिए दबाव बनाना अपराध की श्रेणी में आएगा-मुख्यमंत्री
भोपाल,04 मार्च(इ खबरटुडे)।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्कूलों में बच्चों पर अच्छे मार्क्स (नंबर) लाने के लिए दबाव बनाना अपराध की श्रेणी में माना जाएगा।
बच्चों की स्वाभाविक प्रतिभा को निखारने उन्हें तनाव रहित माहौल में शिक्षा दी जाए। बच्चों की आत्महत्या की घटनाएं रोकने के लिए विधानसभा की समिति बने, जो देश-विदेश के विशेषज्ञों से चर्चा कर अपनी सिफारिशें दे।
अच्छे नंबरों के लिए बच्चों पर दबाव बनाना अपराध माना जाएगा। मुख्यमंत्री बोले कि विधानसभा की समिति गठित हो जो इस मुद्दे पर अपनी सिफारिशें दे, सरकार उन पर अमल करेगी। इस मामले में स्कूल, शिक्षकों के साथ अभिभावकों को भी जागरुक रहना होगा। भोपाल के डीपीएस स्कूल का छात्र आदित्यमान सिंह अच्छा गायक-संगीतकार बन सकता था, लेकिन ज्यादा नंबरों की होड़ के तनाव में उसने आत्महत्या कर ली। इससे लगता है कि स्कूलों में बच्चों की काउंसिलिंग के लिए शिक्षकों की अनिवार्यता करनी पड़ेगी।
सफलता नंबरों से नहीं आंकी जा सकती
बाद में विस परिसर में मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा में कहा कि यह समिति चार महीने में अपनी अनुशंसाएं सौंपेगी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सभी विचार करें। पढ़ाई के दबाव से बच्चों का स्वाभाविक जीवन छिन गया है, उनकी जिंदगी आनंदरहित हो गई है। स्कूल मैनेजमेंट, शिक्षक और अभिभावक उन पर अच्छे नंबर लाने का दबाव बनाते हैं। सफलता नंबरों से नहीं आंकी जा सकती। बच्चों को तनावरहित बनाने के लिए योग एवं खेल के पीरिएड जरूरी हैं। वोकेशनल ट्रेनिंग भी दिलाई जाए।