November 17, 2024

हंगामे की भेंट चढ़ा नगर निगम का विशेष सम्मलेन,दूसरे दिन भी नहीं निकला कोई निष्कर्ष

रतलाम, 8 मार्च(इ खबरटुडे)। जनसमस्याओं के नाम पर 21 बिंदू के एजेंडे पर बुलाया गया नगर निगम का विशेष सम्मेलन हंगामें और बहस की भेंट चढ गया। सम्मेलन के दुसरे दिन तक भी महज 4 बिंदुओं पर चर्चा हो सकी और सम्मेलन को 27 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया। शेष बिंदूओं पर अगले सम्मेलन में चर्चा होगी। बुधवार को सम्मेलन के देरी से शुरु होने पर भी हंगामा हुआ।
कांग्रेस की मांग पर बुलाया गया विशेष सम्मेलन पक्ष और विपक्ष की मिली-जूली कुश्ती के बीच कुछ मुद्दों पर चर्चा के साथ स्थगित हो गया। दो दिन में 21 मे सिर्फ 4 बिंदुओं पर ही चर्चा हुई और इनमें भी बहस और हंगामा ज्यादा हुआ। जिन बिंदुओं पर चर्चा हुई, उसका भी कोई खास निष्कर्ष नहीं निकला। मंगलवार को स्थगित सम्मेलन बुधवार सुबह 10 बजे शुरु होना था, लेकिन सम्मेलन 11 बजे बाद शुरु हुआ। इसे लेकर कांग्रेस पक्ष के पार्षदों ने नारेबाजी कर विरोध जताया बाद में निगम अध्यक्ष ने सम्मेलन शुरु होने में हुई देरी के लिए खेद प्रकट कर हंगामेें को शांत किया।
सम्मेलन में जलप्रदाय व्यवस्था को लेकर  चर्चा शुरु हुई। नेता प्रतिपक्ष यास्मिन शैरानी गंदे पानी को लेकर सम्मेलन में पहुंची और शहर में गंदा पानी वितरित होने की समस्या का मुद्दा उठाया। उन्होने महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सभी महिला पार्षदों को फुल भी दिए।

ठेकेदार अधिकारी को धमकाता है
जलप्रदाय विभाग की चर्चा के दौरान जहा पाइप लाइन, जल प्रदाय और विभाग से सबंधित अन्य मुद्दों के लेकर पक्ष-विपक्ष के पार्षदों ने अपनी समस्याएं रखी , वहीं जलप्रदाय विभाग के प्रभारी प्रेम उपाध्याय ने भी व्यवस्था पर निशाना साधा। उन्होने जल चोरी के मुद्दे को भी उठाया और कहा कि कई जगहों पर पाइप लाइन लिकेज कर जल चोरी हो रही है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही ै, उन्होने इसे रोकने के लिए एफआईआर कराने की बात भी कही। उपाध्याय ने जलप्रदाय  विभाग में कर्मचारियों की कमी की बात कहते हुए आयुक्त एस.के.सिंह से कर्मचारी बढाने की बात कही। उन्होने ठेकेदार द्वारा जलप्रदाय विभाग के अधिकारियों को धमकाने की बात कही। इस पर निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल और भाजपा पार्षद सीमा टांक ने उन्हो रोकते हुए कहा कि आप ठेकेदार का नाम उजागर करें कि कौन ठेकेदार धमका रहा है। परिषद उक्त ठेकेदार को ब्लेक लिस्टेड कर देगी, लेकिन उपाध्याय ने नाम उजागर नहीं किया।
भाजपा पार्षदों ने भी घेरा
जलप्रदाय के मुद्दे पर भाजपा पार्षदों ने भी असंतोष जताया। पार्षद प्रहलाद पटेल ने कहा कि अधिकारी न तो काम का मना बोलते है और नाही काम करते है। उन्होने उनके वार्ड में डाली गई पेजयल लाइन का वाल डालने की बात कही।

मैने विकास कार्य नहीं रोकें-महापौर
सम्मेलन के दौरान पार्षद निधी का मुद्दा आया तो महापौर डां. सुनीता यार्दे ने जवाब देने की बात कही। उन्होने कहा कि इस तरह के आरोप लगाए जा रहे है कि मैरे दो वर्षो के कार्यकाल में वार्डो में कोई विकास कार्य नहीं हुए है और मैंने विकास कार्य रोक दिए है, जो बिल्कुल गलत है। महापौर आज सभी वार्डो में हुए कार्यो का ब्यौरा लेकर सदन में आई थी। उन्होने कुछ कांग्रेस पार्षदों के वार्डो में हुए विकास कार्यो के आकंडे भी बताए। इसको लेकर भी बहस हुई। पार्षदों ने पार्षद निधी के उपयोग का मुद्दा भी उठाया , जिस पर निगम आयुक्त एस.के.सिंह ने स्थिति स्पष्ट की। दोपहर डेढ  बजे तक जलप्रदाय एवं पार्षद निधी को लेकर सदन में चर्चा और बहस चलती रही, इस दौरान पक्ष-विपक्ष के कई पार्षदों ने अपनी बात रखी। दोपहर डेढ बजे निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल ने सम्मेलन 27 मार्च सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

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