स्वच्छता की तरह जल संरक्षण को भी बनाएंगे जन आंदोलन,प्रधानमंत्री के मन की बात सुनकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने लिया संकल्प
रतलाम,30 जून (इ खबरटुडे)।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने दूसरे कार्यकाल में मन की बात कार्यक्रम की पुनः शुरूआत की। इसमें उन्होंने देश में स्वच्छता की तरह जल संरक्षण को भी जनआंदोलन का रूप देने का आह्वान किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने प्रधानमंत्री के मन की बात सुनकर जल संरक्षण को जनआंदोलन के रूप में लेने का संकल्प लिया।श्री मोदी के इस कार्यक्रम का विधायक चेतन्य काश्यप के जनसम्पर्क कार्यालय पर एलईडी से सीधा प्रसारण हुआ। इसे भाजपा के कई पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ कार्यकर्ताओं ने एक साथ उपस्थित रहकर देखा। श्री मोदी ने इस कार्यक्रम में जल संरक्षण के साथ-साथ लोकसभा चुनाव में मिले अपार जनसमर्थन और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग को मिली ख्याति का भी खुलकर जिक्र किया।
उन्होंने आपातकाल की पीड़ा भी व्यक्त की और आने वाले समय की चुनौतियो से निपटने के लिए हर स्तर पर तैयारी रखने का आह्वान किया। देश में लगातार बढ़ रहे जलसंकट को इंगित करते हुए ऐसे राज्यों का जिक्र किया, जो जल संरक्षण की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहे है। सभी देशवासियों से इस दिशा में प्रयास कर जल संरक्षण को स्वच्छता की तरह एक आंदोलन का रूप देने का आह्वान किया। श्री मोदी का कहना था कि पानी पारस है और पारस से पानी के स्पर्श से नवजीवन निर्मित हो जाता है। पानी की एक-एक बूंद को बचाने के लिए जागरूकता अभियान की शुरूआत करें।
कार्यक्रम में उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के आह्वान से सहमति जताते हुए जल संरक्षण के प्रति जन-जन को जागरूक करने का संकल्प व्यक्त किया। इस दौरान भाजपा जिला महामंत्री मनोहर पोरवाल, जिला उपाध्यक्ष बलवंत भाटी, निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल, जिला मंत्री देवेन्द्र वाधवा, मण्डल अध्यक्ष रमेश बदलानी, जयवंत कोठारी, मण्डल महामंत्री मनोज शर्मा, मोहन वर्मा, नंदकिशोर पंवार, पार्षद सीमा टांक, सोना शर्मा, रणजीत परिहार, पप्पु पुरोहित, पूर्व पार्षद देवशंकर पाण्डेय, संदीप यादव, पूर्व एल्डरमेन ताराबेन सोनी, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष इब्राहिम शैरानी सहित विभिन्न मोर्चा-प्रकोष्ठ के पदाधिकारी एवं कार्यकर्तागण उपस्थित थे।