स्तनपान सप्ताह एक से सात अगस्त 2017 तक
बात बनेगी, बातों से – डॉ. प्रभाकर ननावरे
स्तनपान सप्ताह में होगी परस्पर संवाद की गतिविधियॉ
रतलाम ,01 अगस्त(इ खबरटुडे)।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि दिनांक 01 से 07 अगस्त 2017 के दौरान रतलाम जिले में विश्व स्तनपान सप्ताह के लिये जागरूकता संबंधी गतिविधियॉ की जायेगी। विश्व स्तनपान सप्ताह की गतिविधियॉ मुख्य रूप से महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयासांे से सम्पन्न की जायेगी।
इस वर्ष स्तनपान सप्ताह की थीम सस्टेनिंग ब्रेस्ट फिडिंग, बिल्डिंग अलाईसेंस विदाउट कनफ्ल्क्टि ऑफ इंटरेस्ट हैं। इस थीम के अंतर्गत शिशु एवं बाल्यकालिन आहार संबंधी व्यवाहारों को बढ़ावा देने के लिये बहु स्तरीय साझेदारी से विभिन्न सामुदायिक वर्गो को सम्मिलित करते हुए नीतिगत रूप रेखा तैयार करना तथा स्तनपान संबंधी सामुदायिक जागरूकता लाने का कार्य किया जायेगा। ज्ञातव्य हो कि जन्म के एक घण्टे के भीतर शीघ्र स्तनपान, छः माह तक केवल स्तनपान, छः माह उपरांत स्तनपान के साथ-साथ उपरी आहर एवं कम से कम दो वर्ष की उम्र तक स्तनपान जारी रखने संबंधी शिशु एवं बाल आहार आपूर्ति व्यवहार अपनाने से शिशु मृत्युदर में 22 प्रतिशत कमी लायी जा सकती है।
भारत सरकार के द्वारा अभियानबद्ध रूप से मॉ कार्यक्रम अथवा ‘‘मॉ का असीम आशीर्वाद’’ का देशव्यापी क्रियान्वयन किया जा रहा है। स्तनपान सप्ताह के दौरान पोषण प्रशिक्षकों, स्टाफ नर्सो के द्वारा वार्ड में भर्ती माताओं को स्तनपान परामर्श किये जाने के निर्देश दिये गये है। ग्राम आरोग्य केन्द्रों पर मंगल दिवस/ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस के आयोजन के दौरान जानकारी दिया जाना तय किया गया है।
आशा द्वारा मातृ सहयोगी समूह में स्तनपान का महत्व, स्तनपान के दौरान आने वाली समस्याओं का निदान, मॉ बच्चे की बिमारी के दौरान स्तनपान जारी रखने की सलाह, साफ-सफाई का महत्व, खुले में शौच, हाथ धुलाई, व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक स्वच्छता, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के द्वारा संतुलित आहार लेने से मॉ के दुध की गुणवत्ता में सुधार तथा शिशु स्वास्थ्य में वृद्धि आदि के संबंध में व्यक्तिगत चर्चा, समूह चर्चा कर गतिविधियॉ आयोजित करने के निर्देश दिये गये है।
इस क्रम में आज रतलाम जिले के जावरा तहसील के ग्राम कलालिया में अंतर वैयक्तिक चर्चा एवं परामर्श संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया गया जिसमें गर्भवती माताओं और धात्री माताओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर ग्राम की एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के आव्हान पर गर्भवती एवं धात्री माताओं ने स्तनपान संबंधी संकल्प लिया।