सांसद सुधीर गुप्ता तथा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय द्वारा विशेष अनुदान से निर्मित 6 अतिरिक्त कक्षों का लोकार्पण तथा तीन अतिरिक्त कक्षों एवं एक हाल के निर्माण का भूमिपूजन किया गया
रतलाम,03 दिसम्बर (इ खबरटुडे)।शासन के उच्च शिक्षा विभाग के विशेष अनुदान से तथा मध्यप्रदेश शासन राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान रूसा के अंतर्गत जावरा के शा. भगतसिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय में निर्मित 6 अतिरिक्त कक्षों का लोकार्पण तथा 3 अतिरिक्त कक्षों एवं हॉल के निर्माण का भूमिपूजन सांसद जावरा-मंदसौर सुधीर गुप्ता एवं विधायक जावरा डॉ. राजेंद्र पांडेय की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ। रासेयो विद्यार्थियों द्वारा स्वागत के बीच दोनों ही अतिथियों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया गया।
अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया गया। तत्पश्चात संगीत विभाग की सहायक प्राध्यापक प्रीति वर्मा द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। अतिथियों का पुष्पहार से स्वागत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर प्रदीप एस. पवार, रूसा प्रभारी डॉ. एम.एस. चौहान, जनभागीदारी प्रभारी डॉ. ए.जी. पठान, डॉ. रश्मि पवार, शिक्षक संघ अध्यक्ष डॉ. आभा सक्सैना, राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ. बी.एस. किराड़े, कार्यालय प्रमुख सुरेश राव, विनोद वर्मा एवं तिलोक वर्मा तथा संभागीय परियोजना अधिकारी पीआईयू पीडब्ल्यूडी जे.के. मीणा तथा पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष पवन सोनी द्वारा किया गया।
प्राचार्य डॉ. प्रदीप एस. पवार द्वारा अतिथि परिचय एवं स्वागत भाषण दिया गया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में निरंतर छात्र हितकारी विकास कार्य किए जा रहे हैं इसमें विधायक डा. पाण्डेय का विशेष सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें सदैव ही मिलता रहता है। वे महाविद्यालय के विकास कार्यों में विशेष रूचि लेकर आवश्यकतानुसार अपना विशेष सहयोग प्रदान करते हैं। शासन की सभी छात्र हितकारी योजनाओं का क्रियान्वयन महाविद्यालय द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है। संभागीय परियोजना अधिकारी श्री मीणा द्वारा निर्माण कार्यों की जानकारी दी गई।
विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे ने कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि हमारा जन्म भारत में हुआ जहां संस्कार जन्म से जुड़े हैं। हम यदि हमारी जन्मभूमि, कर्मभूमि एवं शिक्षा भूमि से जुड़ जाएं तो हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है क्योंकि मैं पूर्व से ही इस महाविद्यालय से जुड़ा रहा हूं। अतः में व्यक्तिगत रूप से इसके प्रति अपना दायित्व एवं कर्तव्य समझता हूं। शिक्षा के क्षेत्र में अनेक योजनाएं बनाकर केंद्र और राज्य सरकार देश के युवाओं को आगे बढ़ा रही है। अब तो नई शिक्षा नीति भी लागू हो रही है। ऐसी शिक्षा नीति हो जो रोजगार प्रदान करें, हमें आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ना है। इस महाविद्यालय का अधिक से अधिक विकास हो और यहां के छात्र-छात्राएं ना केवल प्रदेश में अपितु राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम रोशन करें यही मेरी शुभकामनाएं हैं।
सांसद सुधीर गुप्ता ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा एक ऐसा संघर्ष है जो अनादि काल से चला आ रहा है। प्राचीनकाल में ऋषि-मुनियों ने इसकी जिम्मेदारी उठा रखी थी। तक्षशिला एवं नालंदा तातकालीन शिक्षा के मुख्य केंद्र थे। धीरे-धीरे शिक्षा में भी परिवर्तन होता गया। समय की आवश्यकता के अनुरूप शिक्षा में भी परिवर्तन होते रहे हैं।
शिक्षा में व्यवहारिकता का होना आवश्यक है। शिक्षा केवल सैद्धांतिक नहीं, अपितु हमारे उद्देश्यों की पूर्ति करने वाली होती है। इसीलिए नई शिक्षा नीति में रोजगार को विशेष महत्व दिया गया है। आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना इसका मुख्य लक्ष्य है। हम रोजगार पाने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बने। यही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। हम इतने सक्षम बने कि आत्मनिर्भर होने के साथ दूसरों को सक्षम बनाएं। आज इस संसदीय क्षेत्र में 3 मेडिकल कॉलेज है जो शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति है। चाणक्य को पढ़िए और आगे बढ़े, यही हमारी इच्छा है। आप सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। समारोह का संचालन वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. बी.डी. शर्मा द्वारा किया गया एवं सभी के प्रति आभार जनभागीदारी प्रभारी डॉ. ए.जी. पठान ने व्यक्त किया।