संकल्प से ही कार्य सिद्ध होते हैं -विधायक चेतन्य काश्यप
रतलाम,23 सितम्बर (इ खबरटुडे)। भारत की आजादी के दौरान 1932 में भारत के लिए एक एजेण्डा बना था कि आजादी के बाद भारत को गरीबी से मुक्त करेंगे, लेकिन आजादी के इतने वर्षो के बाद भी भारत में गरीबी के आंकड़े डराने वाले है । भारत की अधिकांश जनता अभी भी गरीबी के नीचे जी रही है । अब समय आ गया है जब हम लोकतंत्र को हकीकत में उतारते हुए भारत को गरीबी से मुक्ति दिलाये । यह बात म.प्र. राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष एवं रतलाम नगर विधायक चैतन्य काश्यप ने कही वे भारत छोड़ों आन्दोलन की 75वीं वर्षगाठ पर आयोजित जिला स्तरीय ‘संकल्प से सिद्धि’ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में बोल रहे थे ।
उन्होंने कहा की संकल्प लेने से ही कार्य सिद्ध होते हैं । जैसे- हमने 1942 में भारत छोड़ो का नारा देते हुए अंग्रेजों से मुक्त भारत का संकल्प लिया था और 5 वर्ष बाद 1947 में हमें उसकी सिद्धि प्राप्त हुई थी वैसे ही हमें संकल्प लेते हुए 2022 तक भारत को गंदगी, भ्रष्टाचार, जातिवाद, साम्प्रदायिकता, गरीबी और आतंकवाद से मुक्त करना होगा । श्री काश्यप ने कहा देश का युवा इस बारे में क्या सोचता है । युवाओं की भावनाओं को समझेगे तो संकल्प से सिद्धि की ओर बढेंगे ।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष महेन्द्र नाहर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को दोहराते हुए कहा आज गांधी तो नही है लेकिन यदि भारत के 125 करोड़ लोग संकल्प ले लें तो कुपोषण, गरीबी, असमानता, आतंकवाद, बेरोजगारी जैसी बुराइयों से देश को मुक्त किया जा सकता है जिससे भारत के न्यू इंडिया का सपना पूरा हो ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने युवाओं का आव्हान करते हुए कहा कि देश का भविष्य आप हैं इसलिये आप स्वयं जिम्मेदारी समझे । अपने समूह बनाकर समाज को कुछ न कुछ देने की सोचें । शहर को स्वच्छ और स्वस्थ रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. संजय वाते ने अतिथि परिचय एवं कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिले के महाविद्यालयों, आदिवासी विभाग के विद्यालयों, उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा संकल्प बिन्दुओं पर जो सुझाव दिये जाएंगे उनका प्रतिवेदन तैयार कर शासन को प्रेषित किया जाएगा साथ ही उत्कृष्ट सुझाव देने वाले महाविद्यालयीन स्तर के 6 छात्राओं एवं 6 छात्रों के नाम तथा विद्यालय स्तर से 3 छात्राओं एवं 3 छात्रों के नाम राज्य स्तरीय आयोजन हेतु भेजे गए है ।
कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ । सरस्वती वन्दना डॉ. ललिता मरमट ने प्रस्तुत की, संचालन डॉ. वाय. के. मिश्रा तथा आभार डॉ. विनोद शर्मा ने माना । कार्यक्रम में विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, प्राध्यापक तथा विद्यालयों के दल प्रबंधक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे ।