शैलेन्द्रसिंह 26 तक के लिए रिमांड पर
प्रधान आरक्षक बता रहा खुद को बेगुनाह
उज्जैन 22 सितम्बर। डेढ़ करोड़ की शराब पकड़ने के मामले में हरियाणा और दिल्ली से पकड़कर लाए शैलेन्द्रसिंह को उजैन न्यायालय ने 26 सितम्बर तक के लिए रिमांड पर सौंपा है। दूसरा दल आज लौटेगा। इधर थाने में बंद प्रआर राठौर ने खुद को बेगुनाह बताया है। तस्करी में रेंज के एक आला पुलिस अधिकारी की शराब तस्करो से मिली भगत का मामला सामने आ रहा है।
करीब एक सप्ताह पूर्व नीलगंगा पुलिस ने इंदौर रोड़ से शराब से भरा एक ट्रक जब्त किया था। करीब डेढ़ करोड़ की शराब पकड़ने के बाद पुलिस मामले में जुटी हुई थी। शराब माफियाओ के साथ मिलकर ट्रक को प्रआ राजेंद्र राठौर पार करवा रहा था। जेल में बंद निलंबित प्रआ राठौर 24 सितंबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर है। प्रआ राठौर के साथ ही रिमांड पर चल रहे चालक अंग्रेजसिंह ने भी कई जानकारियां पुलिस को दी थी। इन जानकारियो के आधार पर पुलिस दल ने दिल्ली और हरियाणा के सोनीपत, अंबाला और डेराबाती के शराब वेयर हाउस पर दबिश देते हुए शराब तस्करी से जुड़े गिरोह की जानकारी खंगाली। पुलिस ने यहां से शराब तस्कर शैलेंद्रसिंह राठी को ट्रांजिक रिमांड पर लिया है। शैलेंद्रसिंह को पुलिस दल उौन लेकर आया है। उसे न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा। इधर शराब तस्करी में रेंज के एक बड़े जिम्मेदार अधिकारी का नाम सामने आया है। बताया जाता है कि शराब तस्कर गिरोह की पूरी जानकारी इन अधिकारी को था। बावजूद इसके अब तक कार्यवाही नही की। पुलिस के अधिकारी मामले में प्रेसवार्ता लेकर सनसनीखेज खुलासा कर सकते है। बताया जाता है कि शैलेंद्र राजस्थान बीकानेर का रहने वाला है। वह गुजरात जेल में बंद शराब माफिया राजेश राठी के लिए काम करता है। शैलेन्द्रसिंह को न्यायालय ने 26 सितम्बर तक के लिए रिमांड पर सौंपा है।
कौन है नवीन चौहान?
पुलिस रिमांड पर चल रहे प्रधान आरक्षक राठौर पूर्व में शराब के ट्रक पकड़ा चुका है। उसने देवास और रतलाम में कार्रवाई करते हुए शराब के ट्रक पकड़ाए थे। साथ ही गत दिनों रेंज में चिमनगंज और शाजापुर के मोहन बड़ोदिया में पकड़ाए तीन ट्रकों की जानकारी भी प्रआर राठौर ने ही अधिकारियों तक पहुंचाई थी। रेंज के आलाधिकारी के संज्ञान में डेढ़ करोड़ की शराब तस्करी की भी जानकारी थी। बताया जाता है कि देवास के नवीन चौहान नामक व्यक्ति को प्रआर ने इसकी सूचना दी थी। चौहान रेंज के आला अधिकारी से सीधा जुड़ा हुआ है। इसका मतलब साफ है कि राठौर के मोबाइल की कॉल डिटेल कई अहम राज उगल सकती है। पुलिस राठौर की कॉल डिटेल का खुलासा नहीं कर रही है।