November 18, 2024

शशिकला की गवर्नर से मुलाकात से पहले AIADMK में नंबर 2 की हैसियत रखने वाले नेता ने उनका छोड़ा साथ

चेन्नई,09 फरवरी(इ खबर टुडे)। तमिलनाडु में सत्‍तारूढ़ अन्‍नाद्रमुक के भीतर बढ़ती आंतरिक कलह और पल-प्रतिपल बदलती सियासी स्थितियों के बीच राज्‍यपाल सी विद्यासागर राव ने अब पहले कार्यवाहक मुख्‍यमंत्री ओ पन्‍नीरसेल्‍वम को बुलाने का फैसला किया है. उनको शाम पांच बजे बुलाया गया है और उसके बाद अपने समर्थक विधायकों का दावा करने वाली अन्‍नाद्रमुक की जनरल सेक्रेट्री शशिकला को मिलने का समय दिया गया है. शशिकला अब शाम सात बजे गवर्नर से मिलेंगी. हालांकि पहले इस तरह की मीडिया रिपोर्ट आ रही थीं कि वह पहले गवर्नर से मिलने वाली हैं. इससे पहले आज दोपहर में अन्‍नाद्रमुक में शीर्ष नेतृत्‍व के लिहाज से नंबर दो की हैसियत रखने वाले ई मधूसूदनन ने शशिकला का साथ छोड़ते हुए पन्‍नीरसेल्‍वम का साथ देने का फैसला किया है.

ओ पन्‍नीरसेल्‍वम की बगावत के बाद तमिनाडु की सियासत में पल-प्रतिपल हालात बदल रहे हैं. पन्‍नीरसेल्‍वम ने आज कहा कि जयललिता के पोएस गार्डन आवास को स्‍मारक में तब्‍दील कर दिया जाना चाहिए. अभी इस घर में शशिकला रहती हैं. इससे पहले बुधवार को नाटकीय घटनाक्रम के हत शशिकला ने अपने समर्थन में 130 विधायकों को बसों में अज्ञात स्‍थान पर भेज दिया है. माना जा रहा है कि उनके मोबाइल फोन भी ले लिए गए हैं.

जानकारों के मुताबिक मौजूदा परिस्थितियों में राज्यपाल के पास तीन विकल्प हैं. पहला ये कि वो पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बने रहने दें और उन्हें बहुमत साबित करने के लिए कहें. दूसरा विकल्प ये है कि शशिकला को सीएम पद की शपथ दिलाकर उन्हें बहुमत साबित करने के लिए कहें जबकि तीसरा विकल्प राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का है.

इससे पहले सोमवार रात को ओ. पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के खिलाफ खुलकर बगावत कर दी है. पलटवार करते हुए पार्टी की जनरल सेक्रेट्री शशिकला ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि मैं अम्‍मा (जयललिता) की विरासत संभालूंगी. पार्टी के साथ धोखा देने वाले को बख्‍शा नहीं जाएगा. साथ ही कहा कि कार्यवाहक मुख्‍यमंत्री पन्‍नीरसेल्‍वम पर मुख्‍यमंत्री पद छोड़ने के लिए कोई दबाव नहीं था. वह विपक्षी द्रमुक के इशारे पर काम कर रहे हैं.

उससे पहले बुधवार सुबह पन्नीरसेल्वम ने कहा कि वह राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा वापस लेंगे. उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी पार्टी को धोखा नहीं दिया. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के इशारे पर कुछ नहीं कर रहा हूं. साथ ही जोड़ा कि वह सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे. उनका कहना है कि जनता उन्हें पसंद करती है और उन्होंने दबाव में इस्तीफा दिया था. गौरतलब है कि राज्यपाल ने पन्नीरसेल्वम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और वह फिलहाल कार्यवाहक मुख्‍यमंत्री हैं.
पन्नीरसेल्वम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जयललिता की मौत की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्हें एक बार भी जयललिता से मिलने नहीं दिया गया था जबकि वह रोज अम्मा से मिलने के लिए अस्पताल गए थे.

उधर, बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने दिल्ली में कहा है कि बीजेपी का इस पूरे मामले से कोई लेना देना नहीं है. इस पूरे मामले पर राज्यपाल सही समय पर सही कार्रवाई करेंगे. वैंकया नायडू ने कहा कि राज्यपाल के पास संवैधानिक शक्तियां है. हालांकि, बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी का कहना है कि शशिकला नटराजन को तुरंत मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी चाहिए. आगर इसमें देर होती है तो यह संविधान के नियमों के खिलाफ होगा. राष्ट्रपति को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए.

मंगलवार को पन्नीरसेल्वम ने कहा था कि जयललिता चाहती थीं कि अगर उन्हें कुछ हो जाए तो मैं मुख्यमंत्री बनूं. उन्होंने कहा कि अम्मा (जयललिता) के सपनों पूरा करने के लिए मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. पन्नीरसेल्वम ने कहा, जो राज्य के हितों की रक्षा कर सकता है, उसे ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए. पन्नीरसेल्वम ने कहा कि यदि जनता चाहेगी तो वह तमिलनाडु सीएम के पद से अपना इस्तीफा वापस ले सकते हैं.

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