लोकप्रिय, लोकरंजक व लोकपालक है राम-अवधेशानंदजी गिरि
रतलाम 05 दिसम्बर(इ खबरटुडे)।लोकचेतना का नाम है राम। राम लोक विश्वास है, लोकप्रिय, लोकरंजक और लोक पालक हैं राम। लोग प्रसन्न रहें, उसके लिए राम ने सबकुछ किया। राम को सिर्फ प्रेम ही प्यारा था। सत्ता तो उन्हें चाहिए जिन्हें अहंकार का प्रदर्शन करना होता है। अन्यथा संसार को जीतने के लिए तो प्रेम की काफी है। यह उद्गार जूनापीठाधीश्वर आचार्य व महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंदजी गिरि ने व्यक्त किए। उन्होंने शनिवार को आम्बेडकर मांगलिक भवन परिसर में प्रभुप्रेमी संघ द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीराम कथा के पांचवे दिन श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम और सीता के विवाह पश्चात अयोध्या लौटने और राज तिलक की तैयारी का वृतांत सुनाया। राजतिलक की तैयारी के दौरान जब माता कैकई द्वारा मंथरा के कहने में आकर महाराजा दशरथ से वरदान मांगे जाने का प्रसंग आया तो पूरा पांडाल भावविभोर हो गया।
स्वामीजी ने श्रीराम के वनगमन का प्रसंग श्रवण करवाने से पूर्व कथा को विश्राम दिया। उन्होंने इससे पूर्व श्रद्धालुओं से कर्तव्यों के प्रति भी गंभीर रहने का आव्हान किया और कहा कि सभी अधिकारों के प्रति सचेत रहते हैं, लेकिन कर्तव्य भूल जाते हैं। अपने माता पिता और गुरुजनों के प्रति सदैव कृतज्ञ रहें, उन्हीं के कारण आज की प्रभुसत्ता सबको मिली हुई है
स्वामीजी ने बताए सफलता के सूत्र
-आनंद ही ईश्वर है। मन अज्ञान आवरणों से मुक्त होता है, तभी आनंद प्रस्फुटित होता है।
-ज्ञान समाधान मूलक है। शांति जब भी मिलेगी ज्ञान से मिलेगी।
-आध्यात्म स्वभाव की यात्रा का नाम है।
-शास्त्र कहते हैं संकल्प शुभ हों, तो परिणाम भी शुभ आएगा।
-आपकी दुनिया जब भी बदलेगी, वस्तुओं से नहीं विचार से बदलेगी।
-आपका वर्तमान भूतकाल की फसल है।
-भविष्य को सद्विचारों से गति दी जा सकती है।
-वेद कहते हैं कोई अमृत निसंदेह स्वर्ग में रहता है, लेकिन एक अमृत हमारी जिव्हा में रहता है।
-साधना वाक साधना है, लेकिन जब भी बोलिए वक्त पर बोलिए, मुद्दतों सोचिए, मुद्स्सर बोलिए।
-संतान ऐसी पैदा करो कि जो आपकी असेट बने लायब्लिटी नहीं।
-परिवार व समाज का अनादर न करें। वे हमेशा कुछ लौटाकर ही देते हैं।
सामूहिक दीक्षा आज
आम्बेडकर मांगलिक भवन परिसर स्थित कथा पांडाल में 6 दिसंबर को सुबह 9 बजे सामूहिक दीक्षा का आयोजन होगा। प्रभुप्रेमी संघ के मीडियाप्रभारी अरुण त्रिपाठी ने बताया कि जूनापीठाधीश्वर आचार्य व महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंदजीगिरि इस आयोजन में गुरु भक्तों को दीक्षा प्रदान करेंगे।