राष्ट्रीय संविमर्श में सहभागी बनेंगे अनेक विष्वविद्यालयों के कुलपति
13-14 दिसम्बर को उज्जैन में होगा राष्ट्रीय संविमर्श
उज्जैन,11 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन तथा शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं मैपकास्ट, भोपाल के सौजन्य से दो दिवसीय राष्ट्रीय संविमर्श का आयोजन दिनांक 13-14 दिसम्बर, 2014 को विक्रम विश्वविद्यालय में सम्पन्न होगा। इस राष्ट्रीय संविमर्श में देश के अनेक विष्वविद्यालयों के कुलपति एवं शिक्षाविद् सहभागी बनेंगे।
इनमें विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलपति प्रो. महेन्द्रसिंह हाड़ा, हेमवतीनंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखण्ड के कुलपति प्रो. जवाहरलाल कौल, हिमाचल प्रदेष विष्वविद्यालय षिमला के कुलपति प्रो.ए.डी.एन. वाजपेयी, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विष्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति प्रो.बी.के.कुठियाला, अटलबिहारी वाजपेयी हिन्दी विष्वविद्यालय भोपाल के कुलपति प्रो.मोहनलाल छीपा एवं चित्रकूट ग्रामोदय विष्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एन.सी.गौतम शामिल है। राष्ट्रीय संविमर्श की तैयारियों को लेकर शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के राष्ट्रीय सचिव श्री अतुल कोठारी दिनांक 12.दिसम्बर 2014 को उज्जैन आ रहे हैं।
यह जानकारी देते हुए कुलसचिव डाॅ. सुभाषचंद्र आर्य एवं समन्वयक अशोक कड़ेल ने बताया कि राष्ट्रीय संविमर्श स्वतंत्र भारत के शिक्षा आयोगों की अनुशंसाएँ, क्रियान्वयन और प्रासंगिकता पर केंद्रित है। स्वतंत्र भारत के विभिन्न षिक्षा आयोगों, समितियों आदि के द्वारा जो अनुषंसाएँ की गई थीं, इस राष्ट्रीय संविमर्ष के माध्यम से उनकी समीक्षा करते हुए वास्तविक रूप में कितनी मात्रा में क्रियान्वयन हुआ या नहीं एवं आज उनकी कितनी प्रासंगिकता है? इस पर विचार-मंथन करने हेतु राष्ट्रीय संविमर्ष का आयोजन किया जा रहा है। इस संविमर्श के अन्तर्गत बारह उपविषयों पर तीन-तीन समानांतर तकनीकी सत्र आयोजित होंगे, जिनके उपविषय है- शिक्षा की स्वायत्ता, पूर्व प्राथमिक, प्राथमिक शिक्षा का लोकव्यापीकरण, माध्यमिक शिक्षा, शिक्षा का माध्यम, मूल्य शिक्षा (नैतिक, धार्मिक, चरित्र निर्माण आदि), विज्ञान और आध्यात्मिकता, सामाजिक कार्य एवं अभिभावकों की शिक्षा, परीक्षा पद्धति एवं मूल्यांकन, शिक्षक शिक्षण, उच्च शिक्षा, अनुसंधान एवं शोध, व्यावसायिक एवं तकनीकी।
आयोजन समिति के समन्वयक अशोक कड़ेल, अध्यक्ष प्रो. एम.एस. परिहार, संयोजक प्रो. प्रेमलता चुटैल, सह संयोजक प्रो. तपन चैरे, संगठन सचिव डाॅ. उमेश कुमार सिंह ने इस संविमर्श में सहभागिता का अनुरोध प्रबुद्धजनों से किया है।