November 15, 2024

‘राष्ट्रसन्त’ 18 सितम्बर से कहलाएंगे ‘लोकसन्त’

सामूहिक क्षमा पर्व में किया जाएगा अलंकृत

रतलाम 17 सितम्बर(इ खबरटुडे)।  जयन्तसेन धाम में 18 सितम्बर को सामूहिक क्षमा पर्व का आयोजन इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाने वाला है । इस पर्व के दौरान राष्ट्रसन्त, आचार्य श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी म.सा. को सर्वसमाज की उपस्थिति में ‘लोकसन्त’ की उपाधि से अलंकृत किया जाएगा। इन ऐतिहासिक पलों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी मुख्य आतिथ्य प्रदान करेंगे। अध्यक्षता भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सांसद व प्रदेश प्रभारी विनय सहन्न्बुद्धे द्वारा की जाएगी ।

चातुर्मास आयोजक व राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने बताया कि क्षमा का जैन दर्शन में महत्वपूर्ण स्थान है । सकल जैन श्रीसंघ के पयुर्षण पर्व सम्पन्न होने के बाद राष्ट्रसन्तश्री व रतलाम में चातुर्मास हेतु विराजित मुनिमण्डल एवं साध्वीवृन्द की निश्रा में सामूहिक क्षमापना के उद्देश्य से रविवार को सामूहिक क्षमा पर्व मनाया जा रहा है । प्रात: 9.00 बजे से आरम्भ होने वाले आयोजन में क्षमा प्रवचन के बाद युवा संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप एवं मुम्बई से आए उनके साथियों द्वारा क्षमाभक्ति की भव्य संगीतमय प्रस्तुति दी जाएगी । इस मौके पर मुनिमण्डल, साध्वीवृन्द, अतिथियों एवं सकल जैन श्रीसंघ व आमंर्तित सर्वसमाज के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में राष्ट्रसन्तश्री को ‘लोकसन्त’ की उपाधि से अलंकृत किया जाएगा। कार्यक्रम पश्चात सकल जैन श्रीसंघ व आमंर्तितजनों के लिए स्वामी-वात्सल्य का आयोजन भी किया गया है । श्री काश्यप ने नवकार आराधकों व आमंर्तितजनों से सभी कार्यक्रमों में समय पर उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने का आग्रह किया है ।

अहमदाबाद से दर्शनार्थ आए 1500 गुरुभक्त

जयन्तसेन धाम में शनिवार को एक बार फिर गुरुभक्तों का मेला लग गया । अहमदाबाद, इंदौर, मंदसौर, कुक्षी आदि स्थानों से सैकडों गुरुभक्तों ने राष्ट्रसन्तश्री के दर्शन-वन्दन कर वर्षभर में जाने-अनजाने में हुए अविनय के लिए मिच्छामि दुक्कडम् कहकर क्षमायाचना की । राष्ट्रसन्तश्री ने सभी भक्तों को वासक्षेप करने के बाद कहा कि रतलाम चातुर्मास की सर्वर्त चर्चा हो रही है, इससे वे अतिप्रसन्न हैं। इस मौके पर गुरुपूजा की गई। तत्पश्चात आचार्यश्री ने मांगलिक श्रवण करवाई। चातुर्मास आयोजक व राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने गुरुभक्तों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अहमदाबाद के संघपति रमण भाई महासुख भाई, कुक्षी के संघपति मनोहरलाल पुराणिक का बहुमान किया।

अहमदाबाद से आए अ.भा. र्तिस्तुतिक जैन श्रीसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वाघजी भाई वोरा, संघपति रमण भाई, महासुख भाई, भीखा भाई, विनोद भाई व योगेन्द्र भाई ने गुजराती शैली में चातुर्मास आयोजक श्री काश्यप का अभिनन्दन किया। महिला मण्डल द्वारा श्रीमती तेजकुंवरबाई काश्यप का सम्मान किया गया। कुक्षी श्रीसंघ के मनोहरलाल पुराणिक व रमेश धाडीवाल ने श्री काश्यप का सम्मान किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष वाघजी भाई वोरा व राजकमल जैन ने मंदसौर के सौभाग्य संघवी का बहुमान किया । गुरुभक्तों को सायंकाल मुनिराजश्री निपुणरत्न विजयजी म.सा. ने प्रवचन में आचार-विचार, शुद्ध रखने की प्रेरणा दी । उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के मन के बाहर चौकीदार के रुप में सद्बुद्धि बैठी होनी चाहिए। सद्बुद्धि होगी तो कभी कोई गड़बड नहीं होगी।

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