रतलाम रेंज के अनसुलझे हत्या कांडों की फिर से जांच के निर्देश,कुल 54 अंधे कत्लों में से दो का हुआ खुलासा
रतलाम,3 जुलाई (इ खबरटुडे)। रतलाम रेंज के तीन जिलों में पिछले दस सालों में हत्या के 54 ऐसे मामले सामने आए है,जिनमें हत्यारो का कोई सुराग नहीं मिल पाया और पुलिस ने इन मामलों की जांच बंद कर दी। लेकिन डीआईजी गौरव राजपूत के निर्देश पर इन मामलों को फिर से खोला जा रहा है। पुलिस की कोशिशें रंग भी लाती दिखाई दे रही है। 54 में से दो अंधे कत्लों की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को सफलता भी मिली है।
रतलाम रैंज के डीआईजी गौरव राजपूत ने अब इन सभी मामलों की समीक्षा प्रारंभ की है। रेंज में शुरु किए गए आपरेशन उजागर के तहत वे प्रतिदिन तीन से चार मामलों की समीक्षा कर रहे हैं। बुधवार को डीआईजी कार्यालय में जावरा औद्योगिक क्षेत्र थाने के तीन अनसुलझे मामलों की समीक्षा की गई। डीआईजी श्री राजपूत ने जावरा सीएसपी अगम जैन और औद्योगिक क्षेत्र जावरा के थाना प्रभारी के साथ इन मामलों की समीक्षा करते हुए नए सिरे से जांच फिर से प्रारंभ करने के निर्देश दिए है।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार, रतलाम जिले में 22,मंदसौर में 24 और नीमच जिले में 08 इस तरह कुल 54 हत्या के मामले ऐसे पाए गए हैं,जिनमें पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया। रतलाम जिले के विभिन्न पुलिस थानों में से सर्वाधिक अनसुलझे मामले औद्योगिक क्षेत्र जावरा के है। यहां हत्या के कुल चार अनसुलझे मामले है,जबकि ताल में तीन,रावटी,रिंगनोद,पिपलौदा,जावरा शहर बिलपांक और औद्योगिक क्षेत्र रतलाम में दो-दो मामले तथा स्टेशनरोड,नामली,और आलोट पुलिस थानों पर एक एक अनसुलझा मामला है।
डीआईजी गौरव राजपूत प्रतिदिन कम से कम एक थाने के अनसुलझे मामलों की समीक्षा कर रहे हैं। इसके लिए वे थाना प्रभारी और थाने से संबधित एसडीओपी के साथ प्रकरण की समीक्षा करते हैं और जांच से छूट गए पहलूओं को निकाल कर नए सिरे से जांच प्रारंभ करने के निर्देश देते है।
पुलिस द्वारा की जा रही इस मशक्कत के सकारात्मक नतीजे भी सामने आने लगे हैं। अब तक किए गए प्रयासों के चलते मंदसौर जिले के दो अंधे कत्लो की गुत्थी को सुलझाया गया है और इन हत्याओं के आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
इनका कहना है
रैंज के तीनों जिलों में विगत दस सालों के दौरान हुए अंधे कत्लो की समीक्षा संबधित थाने के अधिकारियों के साथ मिलकर की जा रही है और इसमें दो मामलों को सुलझाने में सफलता भी मिली है। कोशिशें लगातार जारी है और अन्य मामलों में भी खुलासा होने की पूरी उम्मीद है।
-गौरव राजपूत
डीआईजी रतलाम रेंज