मेला कार्यालय मीडिया चर्चा में ,बलि का बकरा बने चंद्रमौली
उज्जैन,13अप्रैल (इ खबरटुडे)।संभागायुक्त के निर्देश पर मंगलवार से मीडिया को कराए जाने वाले कार्यों का भ्रमण कराना तय हुआ। पहले दिन मेला क्षेत्र में साफ-सफाई व्यवस्था दिखाना थी लेकिन यह व्यवस्था देख रहे शातिर अधिकारियों ने भ्रमण की अपेक्षा प्रेस ब्रीफिंग तय कर ली और भेज दिया दो दिन पहले ठोस अपशिष्ट की व्यवस्था के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी चंद्रमौली शुक्ला को।
फील्ड में घूमने वाले पत्रकारों को उनसे अधिक जानकारी
शुक्ला लेपटॉप से प्रजेटेंशन के माध्यम से मेले में साफ-सफाई व्यवस्था ठीक से समझा भी नहीं पाए क्योंकि फील्ड में घूमने वाले पत्रकारों को उनसे अधिक जानकारी थी कि कैसे साधु-संत मच्छरों, शौचालय, पानी की समस्या से परेशान हैं और कितने साधु अस्पताल में भर्ती हैं। पत्रकारों के गुस्से और सवालों से निरुत्तर हुए चंद्रमौली और अपर मेला अधिकारी विवेक श्रोत्रिय भी समझ रहे थे कि पत्रकार और कहीं का गुस्सा उन पर निकाल रहे हैं।
मीडियाकर्मियों का कहना था निगमायुक्त के नाम पर नगर निगम का और ठेकेदारों से टेंडर आदि में सांठगांठ करके अपने हितों को साधने वाले विशालसिंह चौहान ने सफाई व्यवस्था का बंटाढार किया है, क्यों नहीं बुलाया यहां उन्हें। प्रेस ब्रीफिंग की यह शुरूआत ही ‘कचरा’ साबित हुई है।