मूर्ति खंडन मामला :मुख्य आरोपी हाथ नहीं लगे तो रावटी पुलिस स्कूल से नाबालिक बच्चो को उठालाई
रतलाम,01फरवरी(इ खबरटुडे)।जिले में जहा पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी अपनी कार्यशेली के चलते आम-लोगो में लोकप्रिय है। वही जिले के रावटी थाना क्षेत्र में पुलिस ने शर्मनाक कार्य कर पुलिस विभाग की छवि को कलंकित कर दिया। रावटी पुलिस जब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की मूर्ति खंडन मामले में आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई तो पुलिस स्कूल में पढ़ने वाले 3 नाबालिक बच्चो को चलती क्लास से उठा ले गई।सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार रावटी थाना क्षेत्र में 28 जनवरी को शरारती तत्वों ने डॉ भीम राव अम्बेडकर जी की मूर्ति को खंडित कर दिया था। जिसके चलते पुरे क्षेत्र में तनाव का माहौल निर्मित हो गया था। जिसके लिए ग्रमीणो ने रावटी थाना प्रभारी अशोक निनामा को ज्ञापन देते हुए आरोपीयो के खिलाफ तुरंत कार्यवाही करने की मांग की।
लेकिन दो दिन तक मुख्य आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगे तो पुलिस ने अम्बेडकर जी की खंडित मूर्ति से करीब 500 मीटर की दुरी पर स्थित एक स्कूल में पढ़ने वाले 3 नाबालिक बच्चो को बिना किसी ठोस सबूत के चलती क्लास से उठाकर थाने ले आई और तीनो से अलग- अलग कमरों में बिठाकर डरा-धमका कर बयान लेने लग गई। जानकरी मिलते ही ग्रमीणो ने थाने का घेराव कर लिया और जिसके बाद पुलिस ने बच्चो को सभी की मांग पर छोड़ दिया।
बच्चो ने ग्रमीणो को बताया कि थाने में पुलिस के दो अधिकारी बामनिया जी और अतुल जी ने हमे कमरे में बैठा डरा-धमका कर बोलै बड़े साहब के सामने बोल देना की मूर्ति मेंने नहीं मेरे दोस्त ने तोड़ी इस प्रकार तीनो बच्चो को अपना नाम नहीं बता कर एक दूसरे के विरुद्ध अपराध करना बता देना तो तुम्हे छोड़ देंगे नहीं तो जेल में डाल देंगे।
बच्चो के नाम
पियूष पिता ईश्वर बोरिया 9 वर्षीय निवासी बस स्टैंड रावटी।
आयुष पिता ईश्वर बोरिया उम्र 12 वर्षीय
जिंगल कृष्ण कुमार बोरिया उम्र 13 वर्षीय
इसी मामले को लेकर सभी ग्रमीणो ने आज जिला पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के नाम ज्ञापन सौपते हुए कहा की पुलिस यदि अपनी नाकामी छुपाने के लिए छोटे बच्चो को सहारा लेगी तो पुलिस की छवि समाज में धूमित होती है। ग्रमीणो ने ज्ञापनं में कार्य में लापरवाही करने वाले पुलिस अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही करने और साथ ही मुख्य आरोपियों की गिरफ्तार करने की मांग की।