November 16, 2024

मिदनापुर में बोले मोदी- बंगाल को सिंडिकेट चला रहा है, यहां पूजा भी मुश्किल

कोलकाता, 16 जुलाई  (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर शहर में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने हाल ही में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने के केंद्र के फैसले के बारे में लोगों को जानकारी दी. उनकी यह रैली मिदनापुर कॉलेज ग्राउंड में हुई. पीएम ने रैली के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ ही वामपंथी दलों पर भी निशाना साधा.  

हमने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए बांस को पेड़ की जगह घास माना जिससे किसान खेत में उसे उगा सकता है और काट कर बेच सकता है

 UPDATES:

-बंगाल में हुए पंचायत के चुनावों में हिंसा और आंतक का माहौल होने के बाबजूद जिस प्रकार से बंगाल की जनता ने भाजपा को समर्थन दिया है उसके लिए मैं जनता को धन्यवाद देता हूं

-सिंडिकेट की मर्जी के बिना पश्चिम बंगाल में कुछ भी करना मुश्किल हो गया है

-ये सिंडिकेट है जबरन वसूली का, ये सिंडिकेट है किसानों से उनका लाभ छीनने का, ये सिंडिकेट है अपने विरोधी की हत्या करने वालों का, ये सिंडीकेट है गरीब पर अत्याचार करने का

-किसान को लाभ नहीं, गरीब का विकास नहीं, नौजवान को नए अवसर नहीं, ‘जगाई उन्नयन और मधाई उन्नयन’ पश्चिम बंगाल की अब नई पहचान बनता जा रहा है

-दशकों के वामपंथी शासन ने पश्चिम बंगाल को जिस हाल में पहुंचाया, आज बंगाल की हालात उससे भी बदतर होती जा रही है

-बंगाल में नई कंपनी खोलनी हो, नए अस्पताल खोलने हों, नए स्कूल खोलने हों, नई सड़क बनानी हो, बिना सिंडिकेट को चढ़ावा दिए, उसकी स्वीकृति लिए, कुछ भी नहीं हो सकता

-मां-माटी-मानुष की बात करने वालों का पिछले 8 साल में असली चेहरा, उनका सिंडिकेट सामने आ चुका है. सिंडिकेट की मर्जी के बिना पश्चिम बंगाल में कुछ भी करना मुश्किल हो गया है

-बंगाल में सिंडिकेट शासन चला रहा है, यहां तुष्टिकरण की राजनीति की जा रही है

-किसान हमारे अन्नदाता और गांव हमारे देश की आत्मा हैं। कोई भी समाज तब तक आगे नहीं बढ़ सकता. अगर देश का किसान उपेक्षित हों तो कोई भी देश आगे नहीं बढ़ सकता है

-22 हजार ग्रामीण हाट को मुख्य बाजार से जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं

-किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए बाजार सुधार के लिए काम किया जा रहा है

-सवा सौ करोड़ भारतीय मिलकर #NewIndia के अपने सपने को सच करने के लिए प्रयास कर रहे हैं

-हमने बीज से लेकर बाजार तक काम किया है, सुधार किया है, कई कदम उठाए हैं

-जंगलों में जो आदिवासी बांबू की जिदंगी जी रहा है उसे बांबू बेचने का हक नहीं, हमने इसमें सुधार किया

-हमने बंबू को ग्रास मान लिया, घास मान लिया, तृणमूल मान लिया, इसकी कोई भी खेती कर सकता है

-केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद हमारी सरकार ने किसानों को डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य देने का निर्णय ले लिया

-किसानों को MSP सही मिले इसके लिए किसान मांग करते रहे, आन्दोलन करते रहे लेकिन दिल्ली में बैठी सरकार ने किसानों की एक न सुनी

-किसानों के लिए हमने इतना बड़ा फैसला किया है कि आज तृणमूल को भी इस सभा में हमारा स्वागत करने के लिए झंडे लगाने पड़े और उनको अपनी तस्वीर लगानी पड़ी, ये भाजपा की नहीं हमारे किसानों की विजय है

-लेकिन किसी ने भी किसानों की MSP बढ़ाने की मांग नहीं मांगी, हमारी सरकार ने इसमें वृद्धि की है

-हर सरकार में किसानों के लिए MSP बढ़ाने की मांग की गई, लेकिन फाइलों को दबा दिया गया

-अंतिम व्यक्ति तक सरकार के कार्यक्रमों का लाभ मिले इसके लिए काम किया जा रहा है

-देश आज परिवर्तन के बड़े दौर से गुजर रहा है, स्वतंत्रता आन्दोलन के समय जिस प्रकार एक संकल्प लेकर उसे सिद्ध किया गया था वैसे ही समग्र देश में आज ‘संकल्प से सिद्धि’ की यात्रा आगे बढ़ रही है

-स्वतंत्रता आन्दोलन हो, सामाजिक सुधार के कार्यक्रम हो, सामान्य मानवीय का सशक्तिकरण हो या फिर शिक्षा के उच्च मापदंड मेदिनीपुर ने इतिहास में अपना एक विशेष स्थान बनाया है

-ममता जी ने मेरे स्वागत में पोस्टर लगाए

-किसानों पर केंद्र सरकार के फैसला का स्वागत करते हुए TMC ने पोस्टर लगाए

-मैं ममता बनर्जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने स्वागत में पोस्टर लगाएं, यह किसानों की जीत है

बंगाल में बीजेपी की उम्मीदें

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की 29 जून को पुरुलिया जिले में हुई जनसभा के महज 17 दिन बाद ही मिदनापुर में प्रधानमंत्री की यह रैली हो रही है. शाह ने अपनी रैली में दावा किया था कि उनकी पार्टी बंगाल में 42 लोकसभा सीटों में से 22 से अधिक पर जीत दर्ज करेगी. भगवा पार्टी ने हाल ही में पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में अपनी स्थिति मजबूत की है और राज्य में मुख्य विपक्षी दल के तौर पर उभरी है और राज्य के हाल में हुये पंचायत चुनावों में उपचुनावों में वह मजबूत बनकर उभरी है.

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