मप्र के आधा दर्जन जिले अभी भी प्यासे, एक हफ्ते बाद बरसात के अासार
भोपाल,01 अगस्त(इ खबरटुडे)। बरसात के सीजन का अहम माह जुलाई मंगलवार को समाप्त हो गया। वर्तमान में प्रदेश के आधा दर्जन जिलों में सामान्य से कम बरसात हुई है। उधर करीब एक दर्जन जिलों में सामान्य से काफी अधिक पानी गिरा।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में सिस्टम उप्र में सक्रिय होने से प्रदेश के उप्र की सीमा से लगे जिलों में कुछ बरसात हो रही है। 7 अगस्त के आसपास प्रदेश में एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक वर्तमान में कोई मानसून सिस्टम सिंक्रय नहीं है। मानसून द्रोणिका फिरोजपुर, अंबाला, बरेली, गाजीपुर,पूर्विया होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
उप्र में मानसून द्रोणिका से संबद्ध एक कम दबाव के क्षेत्र के कारण उप्र और आसपास के क्षेत्रों में बरसात हो रही है। इसमें उप्र की सीमा से लगे मप्र के कुछ क्षेत्र भी शामिल हैं। इसी क्रम में मंगलवार को दिन में उमरिया में 19, ग्वालियर,रीवा,सागर में 5, मंडला,सतना में 3, खजुराहो, नौगांव में 2 मिमी. पानी गिरा।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि फिलहाल किसी सिस्टम के न होने से प्रदेश में बरसात के आसार कम हैं। लेकिन 7 अगस्त से मानसून के एक बार फिर सक्रिय होने के संकेत मिले हैं। इसके बाद पूरे प्रदेश में 3-4 दिन अच्छी बरसात हो सकती है।