मध्य प्रदेश में सियासी उठापटक,गुरुग्राम के होटल में आधी रात को हाई वोल्टेज ड्रामा,दिग्विजय बोले- सरकार पर कोई खतरा नहीं, हम सब एकजुट
भोपाल,04मार्च (इ खबर टुडे )। मध्य प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप के चलते मंगलवार को आधी रात तक उठापटक जारी रही। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मीडिया के सामने आकर कहा कि किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि वे सभी एकजुट हैं। दिग्विजय ने इससे पहले दावा किया था कि बीजेपी के पास अब सिर्फ 3 कांग्रेस और 1 निर्दलीय विधायक हैं जो जल्द लौट आएंगे।
कमलनाथ बोले- फोकट का पैसा मिले तो ले लेना
दिग्विजय सिंह से जब सरकार पर खतरा मंडराने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। हम सभी एकजुट हैं।’ इससे पहले सियासी संकट के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को बीजेपी को घेरते हुए कहा, ‘एमएलए ही मुझसे कह रहे हैं कि हमें इतना पैसा दिया जा रहा है। मैंने विधायकों से कहा है कि फोकट का पैसा मिल रहा है तो ले लेना।’
दिग्विजय के बयान से सहमत- कमलनाथ
कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों पर कहा था, ‘मैं दिग्विजय सिंह के बयान से पूरी तरह सहमत हूं। बीजेपी डरी हुई है क्योंकि आने वाले दिनों में उनके 15 साल के शासनकाल में हुए घोटालों का खुलासा होने वाला है।’ कमलनाथ ने आगे कहा, ‘विधायक मुझे खुद बता रहे हैं कि उन्हें पैसा देने की बात की जा रही है।’
‘सिर्फ 4 विधायक बीजेपी के पास’
इससे पहले दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजेपी के रामपाल सिंह, नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया, संजय पाठक विधायकों को पैसा देने जा रहे थे। दिग्विजय ने कहा था, ‘अगर वहं छापा पड़ा होता तो वे पकड़े जाते… हमें लगा कि 10 से 11 विधायक वहां होंगे लेकिन अब सिर्फ 4 विधायक उनके पास हैं वे भी जल्द लौट आएंगे।’
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘जब हमें पता चला तो जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह वहां गए। जिन लोगों से हमसे संपर्क किया है वे वापस आने को तैयार हैं। हम बिसाहूलाल सिंह और रामबाई के संपर्क में रहे। रामबाई लौट आई हैं जबकि बीजेपी ने उन्हें रोकने की बहुत कोशिश की।’
गुरुग्राम के होटल में आधी रात को हाई वोल्टेज ड्रामा
भोपाल के स्थानीय अखबारों की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेता कांग्रेस के विधायकों बिसाहू लाल सिंह, हरदीप सिंह, निर्दलीय और बीएसपी के विधायकों के साथ दिल्ली के एक फाइव स्टार होते में ठहरे हुए थे। देर शाम मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान दिल्ली पहुंचे। इससे भोपाल में कमलनाथ सरकार में बेचैनी बढ़ी और यह सियासी ड्रामा और आगे बढ़ गया।
कांग्रेस व अन्य विधायकों को दिल्ली से मानेसर के फाइव स्टार होटल में शिफ्ट कर दिया गया। अपनी कुर्सी हिलती देख कमलनाथ ने आनन-फानन में विधायकों को छुड़ाने के मिशन पर अपने चार मंत्रियों को दिल्ली रवाना किया। कांग्रेस के मंत्री होटल पहुंचे और फिर विधायकों की छुड़ाने की कोशिश में जमकर ड्रामा हुआ। बताया जाता है कि बीजेपी नेताओं ने होटल में पुलिस बुला ली। इसके बाद देर रात इस ड्रामे में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की एंट्री हुई। दिग्विजय भी होटल पहुंचे। रात 2 बजे बीजेपी और कांग्रेस के बीच चली विधायकों की इस छीनाझपटी में बीएसपी विधायक रमाबाई कांग्रेस नेताओं के साथ रवना हो गईं लेकिन बाकी होटल में ही मौजूद रहे। इसके बाद दिग्विजय ने मीडिया को बताया कि होटल पहुंचकर बिसाहू लाल सिंह और रमाबाई से संपर्क किया गया। बीजेपी की रोकने की कोशिश के बाद भी रमाबाई हमारे साथ आ गईं।