मतगणना स्थल पर सम्पर्क कक्ष और मीडिया सेन्टर बनेगा
सभी मतगणना स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
भोपाल,5 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। मध्यप्रदेश में आठ दिसंबर को प्रत्येक जिला मुख्यालय पर होने वाली मतगणना की तैयारियाँ जोर पकड़ चुकी हैं। हर मतगणना स्थल पर संपर्क कक्ष के साथ ही मीडिया सेंटर भी बनाया जा रहा है। मीडिया सेन्टर का प्रभार एक जिम्मेदार और सक्षम अफसर को सौंपा जाएगा। मीडिया कव्हरेज के लिए संचार की जरूरी सुविधाएँ इस सेंटर पर जुटाई जाएंगी। चुनाव आयोग ने इस सिलसिले में गाइड लाईन दी है।
आयोग और प्रशासनिक तंत्र ने निर्वाचन प्रक्रिया की एक और अहम कड़ी के बतौर अब मतगणना की तैयारियों पर अपना ध्यान केन्द्रित कर दिया है। प्रत्येक गणना केन्द्र पर एसटीडी सुविधायुक्त टेलीफोन, फेक्स, कम्प्यूटर, (प्रिन्टर, इंटरनेट सहित) से सुसज्जित एक संपर्क कक्ष स्थापित होगा। अधिकारियों के लिए टेबिल-कुर्सियाँ इस कक्ष में लगी होंगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से सीधी वार्ता के लिए हाट लाईन की सुविधा देने को कहा गया है। एक पृथक कक्ष आब्जर्वर के लिए भी आरक्षित रहेगा, जहाँ से वे पूर्ण गोपनीयता के साथ आयोग से संपर्क में रहेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारियों/रिटर्निंग ऑफिसर को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से सतत संपर्क रखने तथा एक एसटीडीयुक्त फोन रखने को कहा गया है, ताकि वे उनसे सीधे संपर्क में रहे। मतगणना सेंटर पर एक अच्छी फेक्स मशीन रखने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि रिपोर्ट/दस्तावेज सीईओ और आयोग को मतगणना के दौरान फेक्स किए जा सकें।
आयोग ने मतगणना केन्द्र में एक उपयुक्त स्थान पर मीडिया सेंटर भी स्थापित करने को कहा है। मीडियाकर्मियों के लिए हर सेंटर पर पर्याप्त लम्बाई-चौड़ाई का कक्ष मुख्य मतगणना हाल से थोड़ी दूरी पर तथा अलग से एक मीडिया सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसमें फोन, फेक्स, डाटा कम्युनिकेशन की सुविधा उपलब्ध होगी। रिटर्निंग ऑफिसर या जनसंपर्क विभाग का अधिकारी अथवा कोई अन्य अधिकारी मीडिया सेन्टर पर नियुक्त किया जाएगा, जो उसका प्रबंध देखने में सक्षम हो।
गणना हॉल के भीतर मीडिया द्वारा कोई फोटोग्राफ अथवा वीडियो लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल आधिकारिक रूप से संपूर्ण गणना प्रक्रिया की रिकार्डिंग की अनुमति होगी। गणना हॉल में किसी को धूम्रपान के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी। मतगणना हॉल में रिटर्निंग ऑफिसर और आयोग के प्रेक्षकों को छोड़कर किसी को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
सुरक्षा व्यवस्था
मतगणना केन्द्र के आसपास तीन स्तरीय संरचना और पुलिस द्वारा सुरक्षा घेरा रहेगा, ताकि कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति गणना केन्द्र के अंदर न जा सके। एक वरिष्ठ मजिस्ट्रेट को पर्याप्त सुरक्षा बल के साथ पुलिस की सुरक्षा घेरे के साथ नियुक्त किया जाएगा, ताकि वह मतगणना केन्द्र में प्रवेश को नियंत्रित कर सके। मतगणना स्थल में पुलिसकर्मियों द्वारा तलाशी लेने के बाद प्रवेश दिया जाएगा।