December 26, 2024

भारत के वैज्ञानिकों ने समुद्र में ढूंढा ‘खजाना’, 3 साल की मेहनत से मिली सफलता

sea

नई दिल्ली,17 जुलाई (इ खबरटुडे)। जिऑलजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि भारतीय प्रायद्वीपों के पानी में लाखों टन के कीमती खनिज और धातु है। वैज्ञानिकों ने पहली बार मंगलुरु, चेन्नई, मन्नार बेसीन, अंडमान और निकोबार द्वीप और लक्षद्वीप के आस-पास 2014 में इन धातुओं का पता लगाया था।

वैज्ञानिकों के अनुसार, इन भूगर्भिकों के पास लाइम मड, फोसफेट और हाइड्रोकार्बन्स जैसे कीमती धातु हो सकते हैं। तीन साल बाद जिऑलजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) के वैज्ञानिकों ने 181,025 वर्ग किमी का हाई रेजॉल्यूशन सीबेड मोरफोलॉजिकल डेटा तैयार किया है और भारतीय इकोनॉमिक जॉन के भीतर 10 हजार मिलियन टन से भी ज्यादा लाइम मड होने की संभावना है। वैज्ञानिकों ने सुनिश्चित किया है कि मंगलुरु और चेन्नई कोस्ट में बड़ी मात्रा में फास्फेट है। वहीं तमिलनाडु के मन्नार बेसीन कोस्ट में गैस हाइड्रैट है। वैज्ञानिकों के अनुसार अंडमान सागर में मैगनिज और लक्षद्वीप के आसपास माइक्रो-मैगनिज नोड्यूल है। समुद्रों की गहराई में खनिजों पर रिसर्च करने के लिए तीन अत्याधुनिक अनुसंधान जहाज समुद्र रत्नाकर, समुद्र कौसतुभ और समुद्र सौदीकामा इस पर काम कर रही है।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds