बड़नगर, नामली में अच्छी वसूली, हाटपिपल्या, करनावद सीएमओ की वेतनवृध्दि रुकेगी, जावरा सीएमओ को एससीएन
मैराथन बैठक में कमिश्नर ने जाँची नगरीय निकाय की स्थिति
आमजन को नल कनेक्शन, स्ट्रीट लाईट और भवन का नक्शा पास करने के लिये भटकना न पड़े, यह सुनिश्चित किया जाये
उज्जैन,17 जनवरी (इ खबरटुडे)। संभागायुक्त अरूण पाण्डेय ने मैराथन बैठक में संभाग की नगरीय निकाय की नगर पालिका, नगर परिषद की स्थितियों को जाँचा है। बड़नगर, नामली में अच्छी वसूली पर सराहना हुई है। हाटपिपल्या, करनावद सीएमओ की वेतनवृध्दि रोकने के आदेश दिये गये हैं। जावरा सीएमओ को कारण बताओ सूचना-पत्र जारी किया गया है। संभागायुक्त ने बैठक में निर्देश दिये कि आम जन को नल कनेक्शन, स्ट्रीट लाइट और भवन का नक्शा पास करने के लिये भटकना न पड़े यह सुनिश्चित किया जाये।
गुरुवार सुबह 9.30 बजे से दोपहर पौने 3 बजे तक चली इस बैठक में संभागायुक्त ने सभी नगर पालिकाओं और नगर परिषदों के सीएमओ से सीधे बातचीत की। इस दरमियान वे परख वीडियो कांफ्रेंसिंग में शामिल होने के लिये कुछ देर के लिये गये थे। बैठक में शाजापुर सीएमओ को फटकार भी पड़ी है।
उन्होंने बैठक में सीएमओ को निर्देश देते हुए सभी अधिकारियों को हिदायत दी है कि वे प्रतिदिन एक से डेढ़ घंटा नगरीय क्षेत्र में भ्रमण करें एवं आमजन की समस्याओं का निराकरण करें। बैठक में संयुक्त आयुक्त विकास प्रतीक सोनवलकर, नगर पालिक निगम उज्जैन के उपायुक्त संतोष टैगोर, देवास आयुक्त देवेन्द्र सिंह, रतलाम आयुक्त सोमनाथ झरिया, उप संचालक नगरीय प्रशासन आर.एस. रावत सहित विभिन्न नगर पालिकाओं के मुख्य नगर पालिका अधिकारी मौजूद थे।
संभागायुक्त अरूण पाण्डेय ने दो सत्रों में नगरीय निकायों की समीक्षा की। प्रथम सत्र में संभाग की सभी नगर परिषदों एवं नगर पालिकाओं की तथा द्वितीय सत्र में उज्जैन, देवास एवं रतलाम नगर निगमों की समीक्षा बैठक ली। संभागायुक्त ने बैठक में हितग्राहीमूलक योजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये हैं कि सायकल रिक्शा, मुख्यमंत्री हाथठेला योजना एवं स्वर्ण जयन्ती शहरी रोजगार योजना में निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति फरवरी माह के अन्त तक कर ली जाये। उन्होंने केश शिल्पी योजना में धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की एवं इस योजना को युवा स्वरोजगार योजना से जोड़ने के निर्देश दिये। संभागायुक्त ने साथ ही यह भी कहा है कि शहरी रोजगार योजना के अन्तर्गत कौशल उन्नयन के प्रशिक्षण का कार्य ऐसे एनजीओ को ही दिया जाये, जो वास्तविक रूप से प्रशिक्षण का कार्य करते हों एवं प्रशिक्षण उपरान्त हितग्राहियों को रोजगार से जोड़ने के लिये पहल करें।
बैठक में जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री सायकल रिक्शा योजना में मंदसौर, आगर, शाजापुर की प्रगति कमजोर है। सम्पूर्ण संभाग में पथ पर विक्रय करने वाले 10 हजार 343 हितग्राही चिन्हित किये गये हैं। इनमें से 1800 को लाभान्वित किया जा चुका है। संभागायुक्त ने विभिन्न बैंकों में लम्बित ऋण प्रकरणों की स्वीकृति के लिये मुहिम चलाने के निर्देश दिये हैं। इसी तरह संभाग में पाँच हजार 170 हितग्राही मुख्यमंत्री केश शिल्पी योजना के अन्तर्गत चिन्हित किये गये हैं तथा इनके परिचय-पत्र जारी कर दिये गये हैं।
अध्यक्ष की बदौलत बड़नगर में अच्छी वसूली
नगरीय प्रशासन विभाग की प्रथम सत्र की बैठक में नगर पालिका बड़नगर में अच्छी वसूली की जानकारी बताई गई। बताया जा रहा है कि इस वसूली के पीछे नगर पालिका अध्यक्ष और वर्तमान विधायक मुकेश पण्डया का अपना नेतृत्व और निर्देशन यहां काम आया है। सीएमओ और अध्यक्ष ने समन्वय के साथ नगर पालिका क्षेत्र में नगर पालिका के विभिन्न करों की वसूली के लिये सतत रुप से प्रयास किये। इन्हीं का नतीजा यह निकला कि बड़नगर में अच्छी वसूली सामने आई है।
गजब के ऊर्जावान संभागायुक्त
उज्जैन संभाग को दूसरी बार मिले संभागायुक्त अरुण पाण्डेय गजब की ऊर्जा के साथ काम कर रहे हैं। बैठकों में उनकी ऊर्जा देखते ही बनती है। समीक्षा के दौरान हर मुद्दे पर उनका ध्यान होता है। बैठकों में आने वाले अधिकारी अक्सर उनके सामने निरुत्तर होते हैं। शुक्रवार को नगरीय निकाय की प्रथम सत्र की बैठक मैराथन चली। सुबह 9.30 बजे से दिन में पौने 3 बजे तक बैठक में आये कई सीएमओ थककर चूर थे। संभागायुक्त बैठक के बीच में परख वीडियो कांफ्रेंसिंग में भी शिरकत कर आये। इसके बाद दुगनी ऊर्जा से समीक्षा में लगे रहे। कई मुद्दों पर उनके सवाल से सीएमओ बगले झांकते रहे। इसके बाद क्षणिक विश्राम के उपरांत साढ़े 3 बजे से संभागायुक्त ने नगर निगमों की समीक्षा बैठक ली। उज्जैन, रतलाम, देवास नगर निगम के संदर्भ में उन्होंने अधिकारियों से तमाम सवाल-जवाब किये। यहां भी वही स्थिति थी जैसी प्रथम सत्र में। अभी ऊर्जा बरकरार थी। साढ़े 5 बजे से संभागायुक्त ने सिंहस्थ की समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में सिंहस्थ के कई सारे मुद्दों पर उन्होंने अधिकारियों से सीधी-सीधी बातचीत की। परेशानियों और उनके निदान के संदर्भ में उन्होंने जाना। निर्माण कार्यों की गति की जानकारी ली। रात 8 बजे के लगभग गुरुवार को समीक्षा का यह सिलसिला थमा। ऐसा पहला अवसर नहीं था। संभागायुक्त पूरी ऊर्जा के साथ संभाग के विकास कार्यों और राजस्व वसूली के कार्यों की विभागवार समीक्षा कर रहे हैं। दूसरी पारी में वे और अधिक ऊर्जा के साथ संभाग को आगे ले जाने में अपना पूरा योगदान दे रहे हैं।
दो-दो वेतन वृध्दि रोकने के निर्देश
संभागायुक्त ने बैठक में सम्पत्ति कर एवं अन्य योजनाओं में लापरवाही बरतने व लक्ष्यों की प्राप्त नहीं करने के कारण हाटपिपल्या व करनावद के सीएमओ की दो-दो वेतन वृध्दियाँ रोकने के निर्देश उप संचालक नगरीय प्रशासन को दिये हैं। इसी तरह जावरा के मुख्य नगर पालिका अधिकारी को बैठक में नहीं आने के कारण सूचना-पत्र जारी करने को कहा है। शाजापुर के उपयंत्री को भी वेतन वृध्दि रोकने का नोटिस दिये जाने के निर्देश दिये।
गबन की राशि वसूली तक वेतन न दें
बैठक में ऑडिट आपत्ति, गबन एवं प्रभक्षण के मामलों की समीक्षा की गई तथा निर्देश दिये गये कि गबन के मामलों में वसूली जाने वाली राशि जब तक जमा नहीं होती है तब तक सम्बन्धित कर्मचारियों एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारियों के वेतन आहरित न किये जायें। उप संचालक स्थानीय निधि संपरीक्षा ने बैठक में बताया कि अनुदान पंजी कई नगर पालिकाओं में संधारित नहीं हो रही है तथा 31 मार्च व एक अप्रैल की स्थिति में माँग राशि में अंतर आ जाता है। उन्होंने नगर पालिका अधिकारियों को वसूली की 10 प्रतिशत रसीदों का परीक्षण करने के निर्देश के बारे में जानकारी दी। गबन के मामलों में तराना, सोनकच्छ व शाजापुर नगर पालिकाओं को कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। संभाग में 239 प्रकरण लम्बित हैं, जिनमें 50 करोड़ 54 लाख रूपये की राशि वसूली जाना थी, इसमें से 27 करोड़ 24 लाख रूपये की राशि वसूली गई है। संभागायुक्त ने शेष राशि भी मार्च के पहले वसूल करने के निर्देश दिये। ऑडिट आपत्तियों को दूर करने के लिये 10 फरवरी से 13 फरवरी तक शिविर लगाया जायेगा।
सीएमओ ने दरवाजे की फ्रेम खसकाई
गुरुवार को मैराथन बैठक के बाद संभागभर के सीएमओ भागने की स्थिति में निकले। मंदसौर जिले से संबंधित एक नगर परिषद से आये सीएमओ ने बृहस्पति भवन का एल्यूमिनियम फेब्रिकेशन का दरवाजा इस तरीके से खोला कि दरवाजे की फ्रेम ही खिसक गई। तत्काल लोक निर्माण विभाग को सूचना देकर दरवाजा दुरुस्त करवाया गया।
उपसंचालक को घुड़की मिली
उपसंचालक नगरीय प्रशासन को दोनों सत्रों में घुड़की मिली है। बैठक में जावरा सीएमओ की अनुपस्थिति के सवाल पर उपसंचालक ने बताया कि उनका आवेदन आया है, वे पुत्री को लेने गये हैं। इस पर संभागायुक्त ने कहा कि 3-4 माह में होने वाली बैठक में भी अनुपस्थिति को इस तरह इंटरटेन न किया जाए। मुद्दे पर उपसंचालक से सवाल-जवाब भी हुए। दूसरे सत्र में नगर निगम की बैठक में कम्पेरेटिव चार्ट संभागायुक्त को नहीं सौंपा गया था। इस पर भी संभागायुक्त ने कड़े शब्दों में कहा कि एक-एक फाइल देखकर समझने में काफी देर लगती है। कम्पेरेटिव चार्ट क्यों नहीं रखा गया। आगे से ऐसा नहीं चलेगा।