बेटा-बेटी में भेदभाव खत्म होना ही चाहिए-मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल,७ जून(इ खबर टुडे ) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि समाज और राष्ट्र के हित में बेटा-बेटी में भेदभाव हर हालत में समाप्त करना ही होगा। श्री चौहान मंंगलवार की रात को कल रेहटी में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में सम्पन्न सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में 389 जोड़े विवाह बँधन में बँधे। मुख्यमंत्री ने नव-विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद और शुभकामनाएँ दीं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्रीमती सुषमा स्वराज भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कन्याओं तथा महिलाओं सहित समाज के कमजोर लोगों के हक में लगातार काम कर रही है। इस संदर्भ में उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी, कन्यादान तथा मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अनेक बाधाओं के बावजूद सरकार ने किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदने का वादा पूरा किया।
श्रीमती सुषमा स्वराज ने नव-दम्पत्तियों को शुभकामनाएँ देते हुए उनके सुखी जीवन की कामना की। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को सार्थक और अद्भुत निरूपित किया और श्री चौहान को इसके लिए बधाई दी। कार्यक्रम में समाज की सक्रिय सहभागिता को उन्होंने सुखद बताया।
मुख्यमंत्री और श्रीमती सुषमा स्वराज ने रेहटी में 50 सीटर प्री-मेट्रिक छात्रावास का लोकार्पण भी किया।
इस अवसर पर श्रीमती साधना सिंह, मध्यप्रदेश गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष श्री रामपाल सिंह, वन विकास निगम के अध्यक्ष गुरुप्रसाद शर्मा, मार्कफेड अध्यक्ष रमाकांत भार्गव, एमपी एग्रो के अध्यक्ष रामकृष्ण चौहान तथा बड़ी संख्या में जन-प्रतिनिधि और अन्य लोग उपस्थित थे।