बग्गी में सवार होकर बैण्ड बाजे के साथ निकले दिव्यांग दुल्हे
एक महत्वपूर्ण संस्कार साथ में मध्यप्रदेश सरकार
रतलाम,08 जून (इ खबरटुडे)। जिला मुख्यालय पर आज मध्यप्रदेश के सामाजिक न्याय विभाग ने एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए चौदह जोड़ों को दाम्पत्य जीवन में प्रवेश कराने में समारोहपूर्वक आयोजन किया। जिला मुख्यालय पर विरियाखेड़ी में आयोजित दिव्यांगजनों के लिये सामुहिक विवाह समारोह में चौदह जोड़ों का विवाह संस्कार सम्पन्न हुआ।
सामाजिक न्याय विभाग द्वारा हिन्दु वैवाहिक रितियों एवं परम्पराओं के अनुसार मंत्रोत्चार के साथ पाणी ग्रहण संस्कार पूर्ण कराया गया। इस अवसर पर सभी दुल्हें बग्गीयों में सवार होकर बैण्ड बाजे के साथ मंदिर तक गये। दुल्हों के चेहरों पर अप्रतिम मुस्कान बया कर रही थी ऐसा तो उन्होने कभी सोचा ही नहीं था फिर भी सरकार के प्रयासों से वह सब कुछ सम्भव हो पाया जो कभी उन्हें अविश्वसनीय लगता था।
विवाह समारोह में उपस्थित दिव्यांग नव विवाहित जोड़ों को रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप एवं नगर पालिक निगम की महापौर डॉ. सुनिता यार्दे ने आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि शहर विधायक काश्यप ने कहा कि दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिये मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे है। उन्होने केन्द्रीय सामाजिक न्याय मंत्री भारत शासन का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि थावरचंद्र गेहलोत के द्वारा दिव्यांगों के जीवन में नया सवेरा लाने के लिये व्यक्तिगत रूप से रूचि लेकर कई योजनाएॅ प्रारम्भ की गई है। केन्द्र एवं राज्य सरकार के प्रयासों से आज समाज की दिव्यांगों के प्रति सोच में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। शहर विधायक ने आलोट के दिव्यांग टीकमसिंह को मंच पर योग प्रदर्शन करने पर प्रोत्साहन स्वरूप पॉच हजार रूपये की नगद राशि एवं टेªक सूट प्रदान किया।
महापौर डॉ. सुनीता यार्दे ने कहा कि विदेशों में निःशक्क्तजनों के प्रति केवल सहानुभूति का भाव होता है, लेकिन हमारे यहां इन्हें समाज का अंग मानते हुए इनके जीवन में सुख-समृद्धि का प्रयास शासन स्तर पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्र्ाी श्री चौहान ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ा है। सामूहिक विवाह के इस कार्यक्रम में समाज में इनके प्रति जागृति आएगी।
सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण जिला रतलाम द्वारा विरियाखेड़ी के गुरूद्वारे में विवाह योग चौदह जोड़े परिणय बंधन में आज बंधे। सामुहिक विवाह समारोह में कमलेश लिमजी पारगी और कविता गौतम डामर, चम्पालाल नारजी भाभर और कालीबाई छगन मईड़ा, हरचंद्र लालु भुरिया और अनिता बालजी डिंडोर, दिलीप मदनलाल परिहार और काजल रामदयाल मौर्य, मोतीलाल रखमा मईड़ा और सुनिता मंजी चरपोटा, शांतिलाल और मेहताब, हरिश निनामा और रामी खराड़ी, लालु मुनिया और कांता गरवाल, लक्ष्मण और गुड्डी, मुकेश और राजु, मदनलाल और किरण, श्यामलाल और रेला, राजेश और सागुड़ी एवं तेजसिंह और संगीता ने एक दूसरे के साथ जीवनभर साथ निभाने का संकल्प लिया। सभी जोड़ो को मध्यप्रदेश सरकार की ओर से पॉच-पॉच हजार रूपये की राशि के बर्तन और चांदी के जेवर जिनमें मंगलसूत्र, पायल, बिछिया, अंगुठियॉ इत्यादि दिये गये। सभी जोड़ों को दस-दस हजार रूपये की एफ.डी. भी प्रदान की गई।
प्रभारी कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरजिन्दरसिंह ने बताया कि इसके अतिरिक्त सभी दुल्हनों के बैंक खाते में सात-सात हजार रूपये जमा कराये जायेगे। उन्होने बताया कि जिन दम्पत्तियों ने एक व्यक्ति निःशक्त हैं उन्हें पचास हजार रूपये का चैक दिया गया है और जिस दम्पत्ति में दुल्हा-दुल्हन दोनांे निःशक्त हैं उन्हें एक-एक लाख रूपये की राशि का चैक प्रदान किया गया। सभी दम्पत्तियों को विवाह पंजीयन प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। इसके पूर्व प्रभारी कलेक्टर हरजिन्दरसिंह व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मईडा, एसडीएम शहर सुनील झा, प्रभारी उप संचालक सामाजिक न्याय असेरकर, परियोजना अधिकाीर शहरी विकास अभिकरण के द्वारा मध्यप्रदेश शासन की ओर से प्रत्येक जोड़े को प्रदाय किये जाने वाला चांदी के जेवरों का सेट विवाह स्थल पर भेट किया गया।
निःशक्तजनों को कृत्रिम अंग एवं उपकरण भी भेट किये गये
दिव्यागों के लिये आयोजित सामुहिक विवाह स्थल पर चिकित्सकीय बोर्ड द्वारा समारोह में आये हुए निःशक्तजनों का परीक्षण किया गया। परीक्षण उपरंात 27 लोगों को ट्राईसिकल, पॉच लोगों को व्हील चेयर, 37 लोगों को केलीपर्स, पॉच लोगों को श्रवण यंत्र रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप एवं नगर पालिक निगम महापौर डॉ सुनिता यार्दे द्वारा प्रदान किये गये।