बंगाल: दीदी के कुनबे में घमासान, आज BJP में शामिल हो सकते हैं TMC के कई विधायक
नई दिल्ली,28 मई(इ खबरटुडे)। लोकसभा चुनाव 2019 में हार के बाद बंगाल में ममता बनर्जी के कुनबे में घमासान मचा है. दीदी (ममता बनर्जी) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से हाल ही में सस्पेंड हुए मुकुल रॉय ने बड़ा दावा किया है. उनके मुताबिक, हार के बाद टीएमसी के कई विधायक भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं. सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी के करीब 50 पार्षद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इनमें तीन चेयरमैन हैं. इस लिस्ट में 4 विधायकों का भी नाम है.टीएमसी के इन बागी विधायकों में मुकुल रॉय के बेटे और विधायक सुभ्रांशु रॉय भी शामिल हैं. सिर्फ शुभ्रांशु ही बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं. मुकुल रॉय ने 2018 में बीजेपी का झंडा थाम लिया था और अब उनके बेटे सुभ्रांशु रॉय मोदी नाम के नारे को बुलंद करने वाले हैं.
चुनाव में बीजेपी ने जीती 18 सीटें
बता दें कि लोकसभा चुनाव में बंगाल की कुल 42 सीटों में से बीजेपी ने 18 सीटें जीती हैं. अब बीजेपी 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कोलकाता सिविक पोल (निकाय चुनाव) पर फोकस कर रही है. बीजेपी का लक्ष्य बंगाल की सत्ता से ममता बनर्जी को हटाना है, जो भगवा पार्टी के बंगाल में उदय से मुश्किलों में हैं.
मोदी के न्यू इंडिया को स्वीकार कर रहे बंगाल के लोग
बंगाल में बीजेपी चुनाव रणनीतिकार कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘बंगाल में पीएम मोदी के न्यू इंडिया विज़न को लोगों को समर्थन मिल रहा है. यही वजह है कि लोगों ने चुनाव में सत्ताधारी पार्टी टीएमसी को नकार दिया. लोगों ने हमें और हमारी विचारधारा को स्वीकार किया. इसके नतीजे के रूप में बीजेपी को आम चुनाव में बंगाल में 18 सीटें मिली. आम चुनाव में जीत का असर म्युनिसिपल वार्ड और असेंबली इलेक्शन में भी देखने को मिलेगा.’
टीएमसी को इसलिए बंगाल ने नकारा
विजयवर्गीय ने कहा, ‘बंगाल में टीएमसी की अलोकतांत्रिक कार्य प्रणाली के कारण बीजेपी को स्वीकार किया जा रहा है. लोग टीएमसी कार्यकर्ताओं के उपद्रव से परेशान हो चुकी है. अगर बंगाल में यही वोटिंग ट्रेंड बरकरार रहा, तो इसमें कोई शक नहीं है कि बीजेपी कोलकाता निकाय चुनाव और 2021 में होने वाला विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगी.
क्या कहते हैं वोटिंग पैटर्न
चुनाव में वोटिंग ट्रेंड ये बताते हैं कि बीजेपी ने साउथ कोलकाता के 24 और नॉर्थ कोलकाता के 26 वार्ड में बढ़त बना ली है. इसमें मेयर फिरहद हाकिम का वार्ड नंबर 82 भी शामिल है. वोटिंग पैटर्न ये भी बताते हैं कि बीजेपी ने ममता बनर्जी के वार्ड (नंबर 73) में भी 490 वोटों की लीड बना ली थी. ऐसे में टीएमसी सुप्रीमो की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़नी तय है.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में टीएमसी के खराब प्रदर्शन के बाद ममता के काउंसलर, उनके विधायकों को भी अब दीदी के तिलिस्म और उनके जादू पर भरोसा नहीं है. मोदी के 40 विधायकों वाली बात सच हो गई, तो बंगाल में ममता की पहाड़ जैसी मजबूत साख, राख में बदल जाएगी.