फोरलेन निर्माण में स्टे आवेदन खारिज होने के बाद प्रशासन आया हरकत में,भारी पुलिस बल के साथ हटाया गया अतिक्रमण
रतलाम,14 मार्च (इ खबरटुडे)।नगर के मुख्य चौराहे बाजना बस स्टेण्ड पर बुधवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान का आगाज हो गया। नगर निगम की टीम और भारी पुलिसबल के साथ प्रशासनिक अफसरों ने सड़क के दोनों किनारे लगी दुकानों पर बुलडोजर चला दिया। इस दौरान सड़क के दोनों किनारों बने स्थायी और अस्थायी निर्माण को ध्वस्त कर दोबारा अतिक्रमण होने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। पुलिस बल की मौजूदगी में कोई भी विरोध की हिम्मत नहीं जुटा सका। जहां अपने घरों पर बुलडोजर चलता देख कई महिलाएं बेहोश हो गई ,जिन्हे एमबुलेंस व ऑटो के जरिये हॉस्पिटल पहुंचाया गया, वहीं किसी अप्रिय घटना से बचाने के लिए कुछ परिवारों को पुलिस बल ने घरों से भार बुलाया।
बाजना बस स्टैण्ड से वरोठ माता मंदिर तक बनने वाले सिटी फोरलेन से सबंधित स्टे आवेदन कोर्ट द्वारा खारिज करने के अगले ही दिन प्रशासन ने 104 फीट चौड़़ाई के फोरलेन को लेकर कार्रवाई शुर कर दी। बुधवार सुबह तीन जेसीबी के साथ प्रशासन और पुलिस का अमला मौके पर पहुचां और फोरलेन की परिधी में आ रहे निर्माण पर जेसीबी का पंजा चलना शुरु हो गया। इस दौरान अपने निर्माण को बचाने के लिए कुछ लोग जेसीबी के सामने भी लेट गए, लेकिन पुलिस ने उन्हे हटा दिया। कार्रवाई के दौरान पुरे क्षैत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर उसे छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
बाजना बस स्टेण्ड पर कई दिन पहले ही प्रशासन ने फोरलेन निर्माण के पूर्व रहवासियो को नोटिस जारी कर दिये थे ,अधिकांश लोगो ने स्वयं ही अतिक्रमण को हटा लिया था ,लेकिन कई लोगो ने फोरलेन निर्माण का विरोध किया था। अब यह पुरी तरह साफ हो गया है कि बाजना बस स्टैण्ड फोरलेन 104 फीट की चौड़ाई का ही बनेगा। ज्ञातव्य है कि बाजना बस स्टैण्ड सिटी फोरलेन की चौड़ाई को लेकर जहां क्षैत्र के कुछ लोग विरोध कर रहे थे, वहीं राजनीतिक स्तर पर भी भाजपा के ही दो गुट आमने-सामने हो गए थे। इस मामले में क्षैत्र के लोगों ने न्यायालय में वाद दायर कर उसका निराकरण होने तक क्षैत्र के मकानों एवं दुकानों में तोडफ़ोड़ रोकने के लिए 104 फीट फोरलेन की योजना पर स्टे देने की मांग का आवेदन पत्र प्रस्तुत किया था।
आवेदन पर न्यायालय ने दोनों पक्षों से सुनने के बाद मंगलवार शाम को स्टे आवेदन खारिज कर दिया था। आवेदन खारिज होने के बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश पर बुधवार सुबह शहर एसडीएम अनिल भाना, सीएसपी विवेकसिंह चौहान, निगम के इंजीनियर प्रशासन, पुलिस और निगम अमले के साथ मौके पर पहुंचे और पूर्व में नपती कर लगाए गए निशानों के आधार पर जेसीबी से बाधक निर्माण हटाना शुरु कर दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने आपत्ती भी जताई, लेकिन प्रशासन से अपनी कार्रवाई जारी रखी। कार्रवाई के दौरान क्षैत्र में मौजुद धर्मशाला, मकान, दुकानों, मकान के आगे के हिस्सों सभी पर जेसीबी के पंजे चलेंं।
जेसीबी के आगे लेट गए और कहा अब चलाओं
कार्रवाई के दौरान जब कुछ दुकानों और मकान की बारी आई तो उनसे सबंधित लोग निर्माण बचाने के लिए जेसीबी के आगे लेट गए। जिन्हे पुलिस ने हटाकर कार्रवाई जारी रखवाई। इसके बाद महिलाएं भी आई और जेसीबी के आगे खड़ी हो गई, जिन्हे महिला पुलिस अधिकारी बुलाकर हटाया गया। इन लोगों ने नियम विरुध्द निर्माण तोडऩे का आरोप लगाते हुए अधिकारियों के सामने आपत्ती भी जताई। अपने मकान-दुकान को जेसीबी से टुटते देख कई लोगों के आसंू नहीं रुक रहे थे। कुछ स्थान पर तो लोग सामान तक नहीं हटा पाए थे। कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी भीड़ एकत्रित होने से प्रशासन को परेशानी का सामना भी करना पड़ा।