प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जम्मू-कश्मीर दो दिवसीय दौरे पर
जम्मू-कश्मीर,19 मई(इ खबरटुडे)।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं. इस दौरान मोदी श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर और जम्मू के जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम में दो अगल-अलग कार्यक्रमों में श्रीनगर रिंग रोड और जम्मू रिंग रोड की आधारशिला रखेंगे वहीं कश्मीर के बांदीपोरा ज़िले में वो 330 मेगावॉट किसनगंगा जलविद्युत परियोजना का उद्धाटन करेंगे.
प्रधानमंत्री लेह शहर में सम्मानित लद्दाखी आध्यात्मिक गुरु कुशक बाकुला की 100वीं जयंती समारोह में भी शामिल होंगे. साथ ही नई दिल्ली लौटने से पहले रविवार को जम्मू में शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एसकेयूएएसटी) के दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे.
जम्मू-कश्मीर के इस दौरे पर प्रधानमंत्री के साथ सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी होंगे. लेकिन इस दौरे में प्रधानमंत्री एक बहुत ही अहम परियोजना का शिलान्यास करेंगे. वो करगिल ज़िले के द्रास में ज़ोजिला सुरंग की आधारशिला रखेंगे. 14 किलोमीटर लंबी ये सुरंग ना केवल देश की सबसे लंबी सड़क सुरंग होगी बल्कि आने-जाने के लिए सड़कों वाली यह एशिया की सबसे लंबी सुरंग भी होगी.
इस सुरंग के बनने से श्रीनगर, करगिल और लेह के बीच बारहों महीने संपर्क बना रहेगा. फिलहाल यह इलाका ठंड के महीनों में देश के बाक़ी हिस्से से कटा रहता है. इस सुरंग के पूरा होने से लद्दाख क्षेत्र से पूरे देश का संपर्क सालों भर बना रहेगा. साथ ही ज़ोजिला दर्रे को पार करने में लगने वाला 3.5 घंटे का वक्त भी महज 15 मिनट ही रह जाएगा.
मंत्रालय ने कहा, “इस परियोजना का रणनीतिक, सामाजिक और आर्थिक महत्व है. जम्मू एवं कश्मीर के आर्थिक रूप से पिछड़े ज़िलों के विकास का यह एक जरिया होगा.एक स्मार्ट सुरंग के रूप में ज़ोजिला में हवा और रोशनी की पूरी व्यवस्था होगी. इसमें लगातार बिजली आपूर्ति, आपातकालीन प्रकाश व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी, कई प्रकार के संदेश सूचक, यातायात के उपकरण और टनेल रेडियो सिस्टम की व्यवस्था होगी.
सुरंग में हर 125 मीटर पर टेलीफ़ोन और अग्निशमन की व्यवस्था के अलावा प्रत्येक 250 मीटर पर पैदल पार पथ मोटर पार पथ के साथ-साथ 750 मीटर की दूरी पर स्टैंड होंगे. श्रीनगर में 1,860 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले चार लेन वाले रिंग रोड से पश्चिम श्रीनगर को सुंबल से जोड़ा जाएगा, जो श्रीनगर से करगिल और लेह जाने के लिए एक नया रास्ता होगा.
जम्मू में 2,023.87 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले चार लेन के रिंग रोड से जम्मू के पश्चिम में स्थित जगाती से राया मोड़ को जोड़ा जाएगा.