पांच गुना कम खर्च से चलेगी इलेक्ट्रिक बाइक
रतलाम के मैकेनिक भीमसिंह ने बनाई सस्ती स्पोर्ट्स बाइक
रतलाम,19 फरवरी (इ खबरटुडे)। पैट्रोल से चलने वाली अच्छे माइलेज वाली किसी भी बाइक को एक किलोमीटर चलाने में करीब 85 पैसे खर्च होते है,लेकिन यहां बनाई जा रही बाइक मात्र 16 पैसे में एक किमी की दूरी तय कर लेगी। बिना प्रदूषण वाली यह बाइक सामान्य बाइक से पांच गुना कम खर्चें में चलाई जा सकेगी। रतलाम के मैकेनिक भीमसिंह राजपूत अपनी सपनों की बाइक बनाने में जुटे है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्टार्टअप से प्रेरणा लेकर भीमसिंह ने बैटरी से चलने वाली बाइक बनाने का सपना देखा और उसे पूरा करने में जुट गए। उनके सपनों की बाइक बस पूरी होने को है। बाइक का ट्रायल लेते ही वे इसे पूणे भेजकर इसका ट्रायल करवाएंगे और फिर इसके व्यावसायिक उत्पादन की योजना में जुट जाएंगे।
स्थानीय गीता मन्दिर रोड पर गायत्री इंजीनियरिंग वक्र्स नामक दुकान चलाने वाले 45 वर्षीय भीमसिंह ने प्रधानमंत्री मोदी जी के स्टार्ट अप से प्रेरणा लेकर अपनी बाइक बनाने का काम शुरु किया। भीमसिंह के मुताबिक उन्होने अपनी ही मशीनों से इस बाइक की चैसिस बनाई। वे अपनी बाइक को स्पोर्ट्स बाइक बनाना चाहते है। उन्होने हैवी पाइप से बाइक की चैसिस बनाई है। इसका वजन लगभग 40 किलो ग्राम है। भीमसिंह ने इस बाइक में 12-12 वाल्ट की चार बैटरियां लगाई है। इन बैटरियों का वजन करीब 48 किलो है। मोटर साइकिल में 4-4 किलो के दो अलाय व्हील लगाए गए है,जोकि बजाज पल्सर के है। भीमसिंह की बाइक का कुल वजन लगभग 150 किलो होगा। इस बाइक की अधिकतम गति 120 किमी प्रति घण्टा की होगी।
भीमसिंह ने बताया कि उनकी बाइक चार बैटरियों पर चलेगी। बाइक को चलाने के लिए उन्होने जो मोटर लगाई है,उसका आरपीएम तीन हजार है। यह मोटर,बाइक को सौ से एक सौ बीस किमी प्रति घण्टे की गति देगी।
भीमसिंह के मुताबिक एक बार बैटरियां फुल चार्ज होने पर यह बाइक तीन सौ किमी की दूरी तय करेगी। इसके बाद बैटरियों को विद्युत द्वारा चार्ज करना होगा। ये बैटरियां करीब तीन घण्टे में चार्ज होगी और इन्हे चार्ज करने में करीब छ: यूनिट बिजली खर्च होगी। यानी कि बैटरियों को चार्ज करने पर महज 48 रु. का खर्चा आएगा। इस तरह ये बाइक मात्र 48 रु.के खर्च में तीन सौ किमी का सफर तय करेगी,और वह भी बिना आवाज किए। यह पूरी तरह प्रदूषण मुक्त होगी। न तो ध्वनि प्रदूषण होगा और ना ही वायु प्रदूषण,क्योंकि इसमें से धुआं नहीं निकलेगी। चूंकि इस बाइक में इंजिन नहीं होगा,इसलिए इसमें साइलेंसर भी नहीं होगा। भीमसिंह की इस बइक को बनाने में फिलहाल करीब एक लाख बीस हजार रु. का खर्च आएगा। उनका कहना है कि व्यावसायिक उत्पादन में इसकी लागत बेहद कम हो जाएगी। उनकी बाइक सड़क पर दौडने को लगभग तैयार है। दो से तीन हफ्तों में वे इसके बचे हुए तमाम काम पूरे कर लेंगे और यह सड़क पर चलने लगेगी।
भीमसिंह का कहना है कि एकबार बैटरी चलित बाइक बनाने के बाद वे इसे सौलर बैटरी से चलने वाली बाइक में भी परिवर्तित कर देंगे। सोलर एनर्जी से चलने पर इसका व्यय और भी कम हो जाएगा।