परिवारमूलक आय सृजित करने वाली योजनाएं प्रस्तावित करें-कलेक्टर
आदिवासी विकास विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न
रतलाम 7मई (इ खबरटुडे)। कलेक्टर डा.संजय गोयल ने आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त श्रीमती मधु गुप्ता को निर्देश दिए हैंै कि परिवारमूलक एवं समुदायमूलक आय सृजित करने वाली योजनाएं प्रस्तावित की जाएं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले डाटाबेस तैयार किया जाए और यह ध्यान रखा जाए कि योजना में किसी प्रकार का दोहराव न हो। उन्होंने इस सिलसिले में वन मण्डलाधिकारी से भी कार्य-योजना प्राप्त करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर डा.गोयल आज यहां आदिवासी विकास विभाग के अन्तर्गत आदिवासी उप योजना एवं वनाधिकार अधिनियम के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। कलेक्टर ने इस बात पर जोर दिया कि विभागीय अधिकारियों को आदिवासी उप योजना से बाहर निवासरत बिखरे हुए अनुसूचित जनजाति वर्ग के बीपीएल परिवारों को लाभान्वित करने के प्रति भी संवेदनशील नजरिया अपनाना चाहिए। वनाधिकार अधिनियम के अन्तर्गत जिले में प्राप्त दावों एवं उनके निराकरण की स्थिति की समीक्षा करते हुए डा.गोयल ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी पात्र हितग्राहियों को वनाधिकार पत्र प्राप्त हों। उन्होंने निर्देशित किया कि कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के माध्यम से संचालित योजनाओं में भी वनाधिकार प्राप्त हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाए।
बैठक में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती मधु गुप्ता ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2014-15 में शासन के निर्देशानुसार 96 लाख 60 हजार रूपए की कार्य-योजना तैयार की जाना है। उन्होंने जानकारी दी कि हितग्राहियों को दी जाने वाली अनुदान राशि 20 हजार रूपए से बढ़ाकर 30 हजार रूपए कर दी गई है। श्रीमती गुप्ता ने जानकारी दी कि जिले में अब तक प्राप्त कुल दावों की संख्या 7 हजार 114 है। इनमें से मान्य दावों की संख्या 2 हजार 460 है जिन्हें हक प्रमाणपत्र वितरित किए जा चुके हैं। सहायक आयुक्त ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिले में सामुदायिक दावे प्राप्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
बैठक में रतलाम,सैलाना एवं बाजना जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।