पकड़े गए 12 संदिग्ध, बीएसएफ ने दिया करारा जवाब, सीमा पार भारी नुकसान
जम्मू,23जनवरी (इ खबरटुडे)। पाकिस्तान की ओर से जम्मू संभाग के सीमावर्ती इलाकों में की जा रही गोलाबारी का सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भी कड़ा जवाब दिया है। रविवार रात को की गई जवाबी कार्रवाई से सीमा पार हुई तबाही की बीएसएफ ने पुष्टि की है। बीएसएफ प्रवक्ता के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ लगती पाकिस्तान की कई चौकियां, फायरिंग रेंज व पाकिस्तान के फ्यूल पंप तबाह हो गए हैं। पाक के हथियारों के भंडार को भी नुकसान पहुंचा है। बीएसएफ ने फ्यूल पंप तबाह करते हुए कुछ वीडियो भी जारी किए हैं।
इस बीच, पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर नियंत्रण रेखा तक लगातार छठे दिन भी भारी गोलाबारी की। रातभर गोले बरसाने के बाद पाक ने सुबह नौ बजे तक फायरिंग जारी रखी, जिसमें सीमा सुरक्षा बल की 62वीं बटालियन का एक जवान मामूली रूप से घायल हो गया। देर रात पाकिस्तान ने पुंछ में फिर से गोलाबारी शुरू कर दी। अभी तक पाक गोलाबारी में बीएसएफ के दो व सेना के तीन जवानों की शहादत सहित कुल 13 लोगों की मौत हुई है। पाक गोलाबारी से 19 सेक्टरों के 120 से अधिक गांव प्रभावित हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में स्कूल बंद हैं और करीब 80 हजार लोग घर छोड़कर अपने रिश्तेदारों या प्रशासन द्वारा बनाए गए कैंपों में चले गए हैं। वहीं रविवार को कानाचक्क में एक नागरिक की मौत के बाद इस गांव को भी खाली करवा लिया गया है।
पाकिस्तान ने रामगढ़, अरनिया, गजनसू, अखनूर, मढ़ सेक्टरों में रात भर गोलाबारी की। अखनूर सेक्टर में सुबह सवा नौ बजे तक गोलाबारी होती रही। अरनिया सेक्टर में सुबह स्टाप टू पोस्ट पर सीमा सुरक्षा बल की 62वीं बटालियन का जवान अरुण वर्मा मामूली रूप से घायल हो गया। अखनूर सेक्टर में भी सुबह नौ बजे तक गोलाबारी होती रही। पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण पूरे सीमांत क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। राज्य सरकार की एडवाइजरी के बाद इन क्षेत्रों से लगातार पलायन हो रहा है। लोग प्रशासन द्वारा बनाए गए कैंपों के स्थान पर अपने रिश्तेदारों के घरों में जा रहे हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पलायन करने वालों की संख्या पचास हजार के आसपास ही है, मगर गैर अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार करीब अस्सी हजार लोग जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों के गोलाबारी प्रभावित गांवों से पलायन कर चुके हैं।अरनिया कस्बा पूरी तरह से खाली हो चुका है। अधिकांश लोग अपने रिश्तेदारों के घरों में चले गए हैं, जबकि कई लोग कस्बे के बाहरी क्षेत्र में स्थित कृष्णा पैलेस में रह रहे हैं। सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग अब पशुओं को भी गांव से लेकर सुरक्षित स्थानों पर ले गए हैं। रविवार रात को हुई गोलाबारी में भी सीमांत क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ। कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हालांकि सुबह के बाद गोलाबारी न होने से थोड़ी राहत जरूर है, लेकिन दहशत इतनी है कि कोई भी अपने घरों की ओर जाने की हिम्मत नहीं कर रहा है। प्रशासन भी अभी लोगों को गांव में नहीं जाने की सलाह दे रहा है। उधर, नियंत्रण रेखा पर पाक सेना ने नौशहरा के लाम, कलाल, कलसियां, झंगड़, भवानी सेक्टर के साथ पुंछ के शाहपुर, किरनी, मनकोट, कृष्णा घाटी सेक्टर में भी पूरी रात गोलाबारी की, जो सुबह छह बजे तक जारी रही।
शहर से 12 संदिग्ध पकड़े गए
गणतंत्र दिवस के मद्देनजर जम्मू पुलिस ने संदिग्ध लोगों की धरपकड़ शुरू कर दी है। सोमवार को पुलिस ने शहर के विभिन्न हिस्सों से करीब 12 संदिग्ध लोगों को दबोचा। इन सभी लोगों से विभिन्न पुलिस थानों में पूछताछ की जा रही है। वहीं, हिस्ट्रीशीटरों को भी थानों में हाजिरी देने के लिए कहा गया है।शाम को नरवाल स्थित वेव माल से किसी व्यक्ति ने फोन पर पुलिस को दो संदिग्ध युवकों के दाखिल होने की सूचना दी। इसे गंभीरता से लेते हुए नरवाल पुलिस ने वेव माल में दबिश दी और दोनों संदिग्धों को पकड़ लिया और उन्हें पूछताछ के लिए नरवाल पुलिस चौकी में ले जाया गया। दोनों युवकों के पास पहचान पत्र नहीं थे, अलबत्ता वे खुद को कश्मीर के रहने वाला बता रहे थे। एसडीपीओ सब डिवीजन सिटी ईस्ट अरुण जम्वाल ने बताया कि दोनों युवकों को संदेह के आधार पर पकड़ गया है, उनसे पूछताछ की जा रही है।
वहीं, गुज्जर नगर इलाके में स्थित एक होटल से पुलिस ने दो युवकों को पूछताछ के लिए पकड़ा। हालांकि कुछ देर बाद युवकों को छोड़ दिया गया। इसी प्रकार शहर के भगवती नगर, बेलीचराना, रगूडा, पौणीचक्क इलाके से पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों को दबोचा। दिन भर पुलिस अधिकारी शहर के विभिन्न होटलों में गए और वहां ठहरे लोगों के बारे में जानकारी जुटाई। सभी होटल प्रबंधकों को अपने होटलों में सीसीटीवी लगाने को कहा गया है।