निवेश और व्यापारिक दृष्टि से मुख्यमंत्री श्री चौहान की जापान यात्रा सफलता के साथ पूरी
प्रदेश में निवेश के लिये जापान के औद्योगिक और व्यापारिक संगठनों में दिखा भारी उत्साह
भोपाल 4अक्टूबर (इ खबरटुडे)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 5 दिवसीय जापान यात्रा आज परमाणु बम से मृतकों की स्मृति में बने हिरोशिमा पीस मेमोरियल में श्रद्धांजलि के साथ पूरी हुई। मुख्यमंत्री ने पिछले 5 दिन में जापान के प्रमुख संस्था के प्रतिनिधियों से मिलकर मध्यप्रदेश के विकास को लेकर महत्वपूर्ण चर्चाएँ की। इस दौरान लगभग 15 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव भी मुख्यमंत्री को मिले।
पहला दिन
श्री चौहान ने 29 सितम्बर को जापान के अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के पदाधिकारियों से भेंट कर प्रदेश के बुनियादी ढाँचे में 15 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किये। यह निवेश प्रदेश में ऊर्जा, ग्रामीण पेयजल, मेट्रो रेल परियोजना और जापानी औद्योगिक बस्ती स्थापना पर होगा। श्री चौहान से जेआईसीए के उपाध्यक्ष श्री हाईडेकी डोमिची ने भेंट की। इनसे भोपाल-इंदौर के लिये मेट्रो रेल, ऊर्जा क्षेत्र में विद्युत पारेषण और ग्रामीण पेजयल परियोजनाओं में निवेश पर सहमति बनी।
श्री चौहान की उपस्थिति में जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के पदाधिकारियों के साथ प्रदेश जापानी औद्योगिक टाउन-शिप बसाने की परियोजना पर मेमोरेण्डम ऑफ को-ऑपरेशन हस्ताक्षरित किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के टोक्यो प्रवास पर जापान बैंक ऑफ इंटरनेशनल को-ऑपरेशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने भी भेंट की।
श्री चौहान से जापान की अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जायका) की भोपाल-इंदौर के बीच रेलवे लाइन बिछाने पर भी चर्चा हुई। रेलवे लाइन पर 12 हजार करोड़ की लागत आयेगी। जायका शीघ्र ही इस परियोजना के अध्ययन के लिये अपना तकनीकी दल मध्यप्रदेश भेजेगा। जायका से मुख्यमंत्री की कम लागत की आवास इकाइयों के निर्माण और स्मार्ट-सिटी के विकास में सहयोग की संभावना पर भी चर्चा हुई। जायका ने मध्यप्रदेश-ट्रांस मिशन सिस्टम ऑर्गेनाइजेशन परियोजना के लिये 1038 करोड़ की ऋण सहायता स्वीकृत की है। इस परियोजना से विद्युत प्रदाय व्यवस्था और वितरण में सुधार आयेगा। जायका के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को कृषि क्षेत्र में मध्यप्रदेश की अभूतपूर्व प्रगति के लिये भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सोयाबीन का उत्पादन बढ़ाने में भी जायका सहयोग देने के लिये तैयार है। श्री चौहान ने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल प्रदाय और राष्ट्रीय उद्यानों में पर्यटन विकास की परियोजनाओं पर चर्चा की। ग्रामीण पेयजल परियोजना से 10 लाख ग्रामीण लोगों को नल-जल व्यवस्था के जरिये पेयजल मिलेगा।
दूसरा दिन
मुख्यमंत्री ने जापान यात्रा के दौरान जापान के एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हिरोयूक इशिगे से निवेश संभावना पर चर्चा की। उन्होंने निवेशकों के सेमीनार को भी संबोधित किया। श्री इशिगे ने व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिये प्रदेश में किये गये नीतिगत सुधारों के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सराहना की। ऑर्गेनाइजेशन ने दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक कॉरिडोर में भागीदारी की रुचि दिखायी। इसके लिये जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन और मध्यप्रदेश के बीच एमओयू पर भी हस्ताक्षर हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवेशकों के सेमीनार में कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश के लाभ हैं। उन्होंने कहा कि जापान की कम्पनियों के लिये जल्दी ही जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर संवाद कार्यक्रम किया जायेगा। श्री चौहान ने निवेशकों से आग्रह किया कि वे मध्यप्रदेश पधारें। मध्यप्रदेश विकासोन्मुखी राज्य है और निवेश के लिये सभी जरूरी अधोसंरचनाएँ स्थापित कर ली हैं। विगत वर्षों में प्रदेश की विकास दर दो अंक में हासिल की, जो भारतीय राज्यों में सबसे ज्यादा है।
तीसरा दिन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जापान यात्रा के तीसरे दिन टोक्यो में जापान के उप प्रधानमंत्री तारो आसो से मुलाकात की और उनसे जापान और भारत के बीच अधिकाधिक व्यापारिक सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे द्विपक्षीय व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा। श्री आसो ने बताया कि जापान के छोटे और मध्यम उद्यम बड़ी संख्या में भारत में निवेश में उत्साहित है। श्री चौहान ने श्री तारो आसो को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2016 के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भारत-जापान व्यापार सहयोग समिति की 40 वीं संयुक्त बैठक को संबोधित करते जापान के संभावित निवेशकों और लोगों को मध्यप्रदेश आमंत्रित किया।
श्री चौहान ने कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लिया। उन्होंने प्रसिद्ध कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात की और निवेश संभावनाओं और योजनाओं के संबंध में उपयोगी विचार-विमर्श किया।
श्री चौहान ने राज्य में कम लागत की आवासीय इकाइयों और सेनिटेशन के संबंध में लिक्सिल कारपोरेशन के उपाध्यक्ष श्री रुइचि कवामोटो के साथ विचार-विमर्श करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में अगले तीन साल में 15 लाख सर्वसुविधायुक्त आवासीय इकाइयों का निर्माण किया जायेगा। सीवेज सिस्टम भी विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मायेकावा मेन्यूफेक्चरिंग के अध्यक्ष श्री तनाका से मुलाकात की और प्याज, आलू और मछलियों के वैज्ञानिक भण्डारण के लिए कोल्ड स्टोरेज की स्थापना की संभावनाओं पर चर्चा की।
श्री चौहान ने फ़ूजी इलेक्ट्रिक के कार्यकारी उपाध्यक्ष याशिको ओकुनो के साथ सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की और बिजली उपकरणों के उत्पादन के क्षेत्र में सहयोग के लिए आमंत्रित किया। साथ ही उन्होंने स्मार्ट शहरों के लिए भी प्रौद्योगिकी उपलब्ध करवाने में सहयोग का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केबल निर्माण क्षेत्र में निवेश के बारे में फुरूकावा इलेक्ट्रिक के शीर्ष अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। अधिकारियों ने बताया कि कंपनी मध्य प्रदेश में संयुक्त रूप से केबल उत्पादन की संभावनाओं के अध्ययन की योजना बना रही है।
मुख्यमंत्री ने इलेक्ट्रॉनिक निर्माता कंपनी एनआईडीसीई कारपोरेशन के शीर्ष अधिकारियों से चर्चा में बताया कि जापान के निवेशकों के लिए विशेष क्लस्टर धार जिले में पीथमपुर में स्थापित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मिजुहो बैंक के अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें मध्य प्रदेश में अपनी शाखा खोलने के लिए आमंत्रित किया। श्री चौहान ने अक्षय ऊर्जा के विकास की संभावनाओं पर सॉफ्ट बैंक के सीईओ मासायोशी सोन के साथ चर्चा में इस क्षेत्र में निवेश की असीम संभावनाओं को रेखांकित किया। सॉफ्टबैंक ने मध्यप्रदेश के कुल अक्षय ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य का 40 प्रतिशत तक पूरा करने में सहयोग के लिए रुचि दिखाई।
मुख्यमंत्री ने पवन ऊर्जा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के साथ सहयोग के लिए नवकरणीय ऊर्जा और औद्योगिक प्रौद्योगिकी विकास संगठन को भी आमंत्रित किया। उन्होंने इस क्षेत्र में निवेश और विस्तार की अपार संभावनाओं से एनईडीओ को अवगत करवाया। एनईडीओ ने मध्य प्रदेश के साथ सहयोग करने और औद्योगिक प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने की इच्छा व्यक्त की। यह पहले से ही राज्य में काम कर रही जापानी कंपनियों को सहयोग करेगी।
चौथा दिन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी जापान यात्रा के चौथे दिन जापानी निवेश को बढ़ावा देने में सहयोग के लिए जापान के व्यापार और उद्योग मंत्री के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। जापान का व्यापार और उद्योग मंत्रालय, इंदौर के पास पीथमपुर में जापान औद्योगिक टाउनशिप को बढ़ावा देने के लिए सहमत हो गया है।
श्री चौहान ने अक्षय ऊर्जा के दोहन के लिए निवेश की योजना के बारे में पैनासोनिक कार्पोरेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री याशीहिको यामादा के साथ विचार-विमर्श किया।
नवकरणीय ऊर्जा का उत्पादन एवं विकास करने की दृष्टि से मध्यप्रदेश को आदर्श-स्थल बताते हुए श्री यामादा ने मध्यप्रदेश के लिए विशेष रूप से बनाई गई सौर ऊर्जा परियोजनाओं से मुख्यमंत्री श्री चौहान को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि कंपनी अगले दो साल में इस क्षेत्र में निवेश करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि 2016 के अंत तक 100 मेगावॉट और 2017 के अंत तक अतिरिक्त 100 मेगावॉट के विकास के लिये प्रारंभिक अध्ययन करने और 250 मिलियन अमरीकी डालर का निवेश करने की योजना है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान की इस यात्रा से जापान की व्यापारिक और व्यावसायिक संस्थाओं में प्रदेश में निवेश के प्रति भारी उत्साह दिखाई दिया। मुख्यमंत्री ने व्यापारिक संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय बैंकों के प्रबंधकों से चर्चा के दौरान राज्य में निवेश की व्यापक संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश दुनिया में निवेश का मॉडल डेस्टिनेशन है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में जापानी और साउथ ईस्ट एशियन कंपनियों के अलग से क्लस्टर भी बनाये जा रहे हैं।
पाँचवा दिन
जापान यात्रा के पाँचवें और अंतिम दिन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हिरोशिमा पीस मेमोरियल जाकर द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान परमाणु बम गिराये जाने से मारे गये लोगों को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने मेमोरियल पर एक घण्टे से भी ज्यादा का समय बिताया।