निर्वाचन व्यय दलों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण- प्रेक्षक श्री मीणा
व्यय प्रेक्षकों ने अधिकारियों की बैठक ली
रतलाम 31अक्टूबर/निर्वाचन आयोग व्दारा नियुक्त व्यय प्रेक्षक डी.एस.मीणा ने कहा कि निर्वाचन के दौरान व्यय लेखा दलों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। अतएव उन्हंे पूरी जिम्मेदारी से अपने काम को अंजाम देना सुनिश्चित करना चाहिए। श्री मीणा आज यहां व्यय प्रेक्षक ए.हलधर के साथ निर्वाचन कार्य से संबंधित अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। बैठक में कलेक्टर श्री राजीव दुबे एवं पुलिस अधीक्षक डा.जी.के. पाठक भी मौजूद थे। व्यय प्रेक्षक श्री मीणा ने व्यय लेखा दलों में तैनात अधिकारियों को विस्तार से मार्गदर्शन दिया।
उन्होंने उनके प्रशिक्षण की बाबत भी दरयाफ्त किया। श्री मीणा ने कहा कि व्यय लेखा दलों को प्रतिदिन अपना प्रतिवेदन सहायक व्यय प्रेक्षक को प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने जिले में तैनात वीडियो सर्वेलेंस टीम और वीडियो व्यूर्इंग टीम के सदस्यों की भूमिका के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि टीम के सदस्यों को अपने काम में किसी भी प्रकार की दिक्कत आने या संशय होने पर वे अपनी जिज्ञासाओं का समाधान जरूर करें। उन्होंने फ्लार्इंग स्क्वाड में तैनात अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कहीं से भी मदद के लिए आने वाले संदेश पर अविलम्ब कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्हें पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट देनी होगी। इसी प्रकार प्रेक्षक श्री मीणा ने स्थैतिक दलों के साथ समन्वय व निगरानी को जरूरी बताया।
प्रेक्षकव्दय श्री मीणा और ए.हलधर ने व्यय से संबंधित सभी दलों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि वे अपने कार्य के मूलभूत मार्गदर्शी बिन्दुओं को ध्यान में रखकर ही अपने दायित्वों को निभाएं।प्रेक्षकव्दय ने साफतौर पर कहा कि निर्वाचन ड¬ूटी पर तैनात किसी भी विभाग के अधिकारी या कर्मचारी को उनके नियमित काम-काज को अंजाम देने के लिए निर्देशित नहीं किया जा सकता।जब तक उनकी ड¬ूटी निर्वाचन से संबंधित किसी भी कार्य में लगी हो तब तक उन्हें अन्य विभागीय कार्यों से पूरी तरह मुक्त रखा जाना चाहिए।
बैठक में कलेक्टर राजीव दुबे ने भी उपस्थित अधिकारियों को आगाह किया कि वे अपने दायित्वों को पूरी तत्परता से निभाएं और निर्वाचन प्रेक्षकों के व्दारा दिए जा रहे मार्गदर्शन को पूरी गंभीरता से लेते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन करें।पुलिस अधीक्षक डा.जी.के.पाठक ने सेक्टर आफिसर्स से अपेक्षा की कि मतदान केन्द्रों से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सेक्टर पुलिस आफिसर्स के साथ समन्वय रखा जाए। किसी भी गड़बड़ी की सूचना होने पर दोनों अधिकारियों में आपसी समन्वय से स्थिति से कारगर ढंग से निपटा जा सकेगा। एसपी ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को भी मतदान केन्द्रों में सुरक्षा तथा क्षेत्र में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के बारे में सचेत रहना होगा। अपर कलेक्टर निर्मल उपाध्याय ने प्रेक्षकों को आश्वस्त किया कि व्यय लेखा दलों की जिज्ञासाओं का समाधान किया जाएगा और वे पूरी तत्परता से अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। उन्होंने फ्लार्इंग स्क्वायड के अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे अपने क्षेत्र के सभी मतदान केन्द्रों का दौरा कर फीडबैक दें। श्री उपाध्याय ने व्यय लेखा दलों को प्रेक्षकों के निर्देशों का पूरी तरह पालन करने की ताकीद की। उन्होंने पीठासीन अधिकारियों की अहम जिम्मेदारी को भी रेखांकित किया। संयुक्त कलेक्टर एस.के.मिश्रा ने कहा कि शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए यह जरूरी है कि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति मजबूत रहे। सेक्टर अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच अच्छे तालमेल की जरूरत पर भी श्री मिश्रा ने जोर दिया।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत अर्जुनसिंह डावर,उप जिला निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार धोका,सभी रिटर्निंग आफिसर्स और एससीएमसी के सदस्य प्रो.अजहर हाशमी तथा निर्वाचन कार्य से जुड़े अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।