December 25, 2024

नालों को अतिक्रमण से मुक्त करने की मुहिम ने उंडाई कब्जाधारीयों की नींद

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रतलाम,21 जुलाई(इ खबरटुडे)।शहर के नालों पर फैले अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही गुरुवार को भी जारी रही । आज भी राजेंन्द्र नगर क्षेत्र मे प्रशासन पूरी तैयारी के साथ मौजूद रहा। क्षेत्र मे अतिक्रमण पक्के व अधिक होने के कारण अमले को अतिक्रमण हटाने मे लगातार तीन दिन इसी क्षेत्र मे हो चुके है। रतलाम शहर के नालों को अतिक्रमण से मुक्त करने की मुहिम ने कब्जाधारीयों की नींद उडा दी है।

कुछ दिनो पहले हुई बारीश ने प्रशासन पर नालो की सफाई को लेकर बवाल खडा कर दिया था।जिसके चलते प्रशासन हरकत मे आया और पूरी तैयारी के साथ अतिक्रमण वाले क्षेत्रो पर धावा बोल दिया।
क्षेत्र मे आज बुधवार को तोडे गए अतिक्रमण के मंलबे को हटाने का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए प्रशासन द्रारा जेसीबी rtm2 और पोकलेन मशीन लगाई गई है। स्थित सामान्य होने के कारण अतरिक्त पुलिसबल तैनात नही किया गया।
बुधंवार को प्रशासन ने राजेन्द्र नगर की दो गलियो मे करीब 19पक्के और 13 बाहरी निर्माण तोडे। यहा पर लोगो ने नालो पर ही कमरे व छज्जे का निर्माण कर दिया था।अमले ने बिना समय गवाए अतिक्रमण को हटाया। मौके पर पुलिस प्रशासन भी मौजूद था । कई बार ऐसी स्थित भी आई जहा आम जनता का गुस्सा व आसंुओ का सामना करना पडा लेकिन प्रशासन ने किसी की नही सुनी  और कार्यवाही जारी रखी।
शहर केrtm4 अन्य क्षेत्र मे भी निगम ने सर्वे शुरु किया
प्रशासन ने सबसे पहले शहर के ऐसे क्षेत्रो को चिन्हित किया जिन क्षेत्रो से मुख्य नाले निकल रहे हैै। शहर के मुख्य बाजार मे भी सर्वे शुरु कर दिया है। उसके अनुसार टीम चोमुखीपुल सहित व आस-पास के क्षेत्रो मे नोटिस देकर कब्जे हटाएगी।
मुहिम के चलते कही विरोध तो कही प्रशसा
प्रशासन की इस मुहिम के चलते कुछ लोगो मे विरोध भी देखा गया तो कही प्रशसा भी हुई। शनिवार को तेजा नगर करीब 45 कब्जेधारी को नोटीस दिया गया था।जिस की समय अवधि 24 घण्टे की थी जो रविवार सुबह 8 बजे तक की थी जिसके चलते रहवासीयो ने विरोध जताया कि समय अवधि कम है। और बारीश के कारण कही जा नही सकते है। नगर निगम व प्रशासन की कारवाही के चलते कुछ पार्षदो ने भी आपती जताई थी। लेकिन प्रशासन ने सभी की अनदेखी करते हुए कारवाही जारी रखी।
सफाई कर्मियों ने किया स्वागत 
निगम के सफाई कर्मियों के प्रतिनिधियों और अभा अजा युवजन समाज ने नालों से अतिक्रमण हटाने की मुहिम का स्वागत किया। जिलाध्यक्ष अमर चौहान के अनुसार नालों से अतिक्रमण हटाकर प्रशासन ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। 50 सालों के दौरान नालों की जमीन पर जितने अतिक्रमण हुए थे, वे डूब का खतरा बन गए थे।
नगर निगम के इंजीनियर अरविंद दशोत्तर ने नाले की जमीन पर बाउंड्रीवॉल बनाकर प्लॉट की साइज बढ़ा ली
अंशुल द्विवेदी के मकान के ठीक पीछे नगर निगम के इंजीनियर अरविंद दशोत्तर का प्लॉट है। दशोत्तर ने नाले की जमीन पर बाउंड्रीवॉल बनाकर प्लॉट की साइज बढ़ा ली थी। बुधवार को इस बाउंड्रीवॉल को भी तोड़ दिया गया। इधर निगम अमले ने आईएमए हॉल के आगे वाले हिस्से में 30 से ज्यादा मकानों के अगले हिस्से तोड़ दिए गए। यहां नाले की चौड़ाई बमुश्किल 4 से 5 फीट हो गई थी, जबकि शासकीय रिकॉर्ड में नाला 30 फीट चौड़ा है। इस इलाके का अब नजारा ही बदल चुका है। हाट रोड मदीना मसजिद के पास से राजेंद्र नगर के आखिरी छोर तक नाला साफ दिखाई देने लगा है।
इधर नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई। राजेंद्र नगर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रतलाम ब्रांच (आईएमए) की बिल्डिंग की नपती से पता चला है कि यह बिल्डिंग न केवल नाले की जमीन पर बनी थी बल्कि संस्था को आवंटित जमीन पर भी निर्माण में मिनिमम ओपन स्पेस (एमओएस) का पालन नहीं किया गया। 2005 में यह भवन बनकर तैयार हुआ था। नगर निगम के रिकॉर्ड के अनुसार आईएमए को 60 गुणा 121.6 वर्ग फीट का प्लॉट अलॉट किया गया है। मौके पर 100 प्रतिशत से ज्यादा निर्माण पाया गया।मतलब साफ था कि खुद के पूरे प्लॉट पर तो निर्माण किया ही था, नाले की सरकारी जमीन पर भी बिल्डिंग बना ली थी। बुधवार शाम तक नगर निगम और प्रशासन की टीम ने नाले की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा ली लेकिन एमओएस का पालन नहीं हाेने संबंधी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बिल्डिंग का हमारा निर्माण सही है, डॉक्टरों की मीटिंग बुलाकर करेंगे फैसला : आईएमए 
आईएमए बिल्डिंग का रख-रखाव करने वाली कमेटी के चेयरमैन डॉ. जयंत सूभेदार का कहना है कि बिल्डिंग का डिजाइन ही इस तरह से किया गया था कि निचले तल पर पार्किंग रहे, इसे ओपन स्पेस की श्रेणी में ही माना जाता है। डॉ. सूभेदार ने कहा कि हमें नगर सुधार न्यास से फेसिंग किया प्लॉट मिला था और जितना स्पेस मिला उसी में निर्माण किया गया था। नगर निगम की कार्रवाई ही गलत है, हमारा निर्माण ताे कभी नाले की जमीन पर था ही नहीं। बिल्डिंग के पास आकर नाला डायवर्ट हो रहा है। डॉ. सूभेदार के अनुसार नगर निगम के नोटिस पर हमने अपना जवाब भेज दिया था, सभी डॉक्टर्स की मीटिंग बुलाई है, उसमें जो फैसला होगा आगे वैसी कार्रवाई की जाएगी।

 

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