नवं 2015 तक पूरे किए जाएंगे सिंहस्थ के सारे काम
मुख्य सचिव परशुराम ने कहा गुड गवर्नेंस पहली प्राथमिकता
रतलाम,26 जून(इ खबरटुडे)। संभाग के अधिकारियों की बैठक लेने यहां पंहुचे प्रदेश के मुख्य सचिव आर परशुराम ने आज यहां कहा कि सिंहस्थ 2016 के सारे काम नवंबर 2015 तक पूरे कर लिए जाएंगे। उन्होने कहा कि राज्य में गुड गवर्नेंस सर्वोच्च प्राथमिकता पर है। सरकारी प्रक्रियाओं को सूचना प्रौद्योगिकी की मदद से आसान बनाया जा रहा है। उत्तराखण्ड में प्रदेश के नागरिकों को वापस लाने के मामले में मध्यप्रदेश पूरे देश में अग्रणी है।
अधिकारियों की बैठक का प्रथम दौर समाप्त करने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि प्रदेश में गुड गवर्नेंस को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। जहां जहां नागरिकों का सरकार से सरोकार पडता है,वहां नागरिकों को कैसे अधिक सुविधा दी जा सकती है,इसके लिए अधिकारियों के सुझाव लिए जा रहे है। सूचना प्रौद्योगिकी की मदद से सरकारी प्रक्रियाओं को सरल से सरल बनाने के उपायों पर चर्चा की जा रही है। उन्होने कहा कि प्रशासन का ध्यान आगामी चार पांच वर्षों पर है,कि किस तरह विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन और इसके माध्यम से आम लोगों को मिलने वाले लाभ की प्रक्रिया को सरलतम बनाया जाए। उन्होने कहा कि लोक सेवा केन्द्र विकासखण्ड स्तर तक प्रारंभ किए जा रहे है। इन्हे और आगे तक ले जाना है। इसी तरह लोक सेवा गारंटी अधिनियम में अन्य सेवाओं को जोडने पर भी विचार किया जा रहा है।
सन 2016 में उज्जैन में आयोजित होने वाले सिंहस्थ मेले के सम्बन्ध में श्री परशुराम ने कहा कि सिंहस्थ का पहला स्नान अप्रैल २०१६ में पडेगा। उन्होने कहा कि सिंहस्थ मेले के लिए जो जो कार्य किए जाने है,उनके लिए विभिन्न विभागों को आवश्यक धनराशि दी जा चुकी है और सभी कार्य व्यवस्थित ढंग से पूरे किए जा रहे है। उन्होने कहा कि सिंहस्थ के कार्यों को अक्टूबर-नवंबर 2015 तक पूरा कर लिया जाएगा।
उत्तराखण्ड में फंसे मध्यप्रदेश के लोगों के सम्बन्ध में पूछे जाने पर श्री परशुराम ने बताया कि उत्तराखण्ड में राहत और बचाव का मुख्य कार्य तो केन्द्र और उत्तराखण्ड सरकार कर रही है। मध्यप्रदेश सरकार ने, पहाडों से निकालकर लाए गए प्रदेश के तीर्थयात्रियों को प्रदेश तक पंहुचाने की जिम्मेदारी ली थी। मध्यप्रदेश ने पहला राहत शिविर हरिद्वार में स्थापित किया था। बाद में जोशीमठ तक पंहुचने की स्थिति बनने पर जोशीमठ में भी राहत शिविर स्थापित किया गया। प्रदेश का हैलीकाप्टर बद्रीनाथ और जोशीमठ के बीच चल रहा है। इसके अलावा हरिद्वार से मध्यप्रदेश तक यात्रियों को लाने के लिए विशेष विमान,ट्रेन और बसों की व्यवस्था की गई है। उन्होने कहा कि राज्य के यात्रियों को पहाडों से लाकर उनके घरों तक पंहुचाने के मामले में मध्यप्रदेश पूरे देश में अग्रणी राज्य रहा है। अभी भी प्रदेश का राहत दल वहां काम में जुटा हुआ है।