नगर निगम हुआ लापरवाही का गढ़,निगम द्वारा शहर में लगाए गये अनुचित मापदंड में फ्लैक्स एवं निजी विज्ञापन
रतलाम ,25 फरवरी(इ खबरटुडे)।रतलाम शहर का नगर निगम अब दिन पर दिन लापरवाही का गढ़ बनता जा रहा है। जी हां अबकी बार नगर निगम की ऐसी लापरवाही सामने आई. जिसे जानने के बाद आप शहर में दो पहिया वाहन चलाने से भी डरेगे। शहर के दो बत्ती सहित अन्य क्षेत्र में सड़को के समीप स्थित पोलो पर नगर निगम द्वारा अनुचित मापदंड में फ्लैक्स एवं निजी विज्ञापन लगाए गये है.नगर निगम इन फ्लैक्स व विज्ञापनो को लगाने के समय निर्धारित ऊँचाई का भी ध्यान भी नही रखता है ।
यदि हम नगर निगम कार्यालय की बात करे तो कोई सामान्य व्यक्ति किसी छोटे से काम के लिए भी नगर निगम के दस चक्कर न लगाए तो तब तक उसका काम भी नही होता है.लेकिन अब तो नगर निगम कार्यालय के बाहर भी अपने दायित्व के प्रति लापरवाह दिखाई दे रहा है.
अधिकांश निजी विज्ञापन अवैध
शहर में यदि कोई संस्था या निजी कंपनी अपने विज्ञापन लगाना चाहती है तो सर्वप्रथम उसे नगर निगम से अनुमति लेना होती है। और निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होता है। लेकिन रतलाम शहर में अधिकांश जगह ऐसे विज्ञापन लगे हुए है जो पूर्ण रूप से अवैध है। इन विज्ञापन का न तो कोई भुगतान नगर निगम को करता है और ना ही विज्ञापनो को उचित तरीके से लगाया जाता है। जिसे के कारण नगर निगम को आर्थिक हानि होती है।
नियम के आनुसार फ्लैक्स एवं निजी विज्ञापन यदि सड़क या उसके समीप भी लगाए जाए तो सामान्यत इन की ऊँचाई दस फीट होनी चाहिए। लेकिन नगर निगम के अधिकारियो का ऐसी लापरवाही पर कोई ध्यान नही है और जब इन अनुचित मापदंड में लगाए गए फ्लैक्स के कारण कोई दुर्घटना होती है तो अधिकारी दुर्घटना की जिम्मेदारी फ्लैक्स लगाने वाले ठेकेदारों पर थोप देती है । नियम के अनुसार फ्लैक्स एवं निजी विज्ञापन सम्बन्धित नगर निगम के अधिकारियो की निगरानी में लगाए जाने चाहिए। लेकिन नियम के विपरीत ना तो कोई अधिकारी मौके पर होता है और ना ही किसी का इस ओर ध्यान जाता है।
और रही कसर तो शहर में हर तरफ निजी विज्ञापनो ने शहर की स्थिति बिगाड़ रखी है। कही कही पर तो एक ही पोल पर चार-चार विज्ञापन लंबे समय से लगे हुए है.यदि समय रहते नगर निगम ने इस ओर ध्यान नही दिया तो किसी दिन कोई बड़ी दुर्घटना होना निश्चित है।