December 25, 2024

नगर के थानों के आगे सीएम हेल्प लाइन लाचार, एफआईआर दर्ज करने में जारी है पुलिस की आनाकानी

thumbnail

रतलाम,02जुलाई (इ खबरटुडे)।सीएम हेल्प लाइन से सख्त आदेशों के बावजूद थाने से फरियादी को लौटाने और एफआईआर न दर्ज करने की पुलिसकर्मियों की मनमानी जारी है. नगर के माणक चौक थाने का एक मामला सामने आया है। जहां फरियादी की शिकायत दर्ज करना तो दूर कोई अधिकारी शिकायत सुने को भी तैयार नहीं है। पुलिस घटना के पांच दिन बाद भी रिपोर्ट दर्ज करने मे आनाकानी कर रही है।पुलिस के सुस्त रवैये के चलते फ़रियादी मनीष कसेरा ने सीएम हेल्प लाइन पर पुलिस दवारा उचित कार्यवाही ना करने की शिकायत की ,जिसके बाद सीएम हेल्प लाइन द्वारा माणक चौक पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए की वह फ़रियादी क़ी शिकायत दर्ज कर जांच करे। मनीष कसेरा ने बताया कि माणक चौक थाना प्रभारी नरेन्द्र यादव के निर्देश पर मुझे थाने बुलाया गया जिसके बाद थाना प्रभारी ने मुझ पर सीएम हेल्प लाइन से शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया और कहा में तुम्हारी एफआईआर तभी दर्ज करुगा जब तुम मेरी शिकायत वापस लोगे ।

फरियादी मनीष कसेरा का कहना है कि वारदात के बाद पुलिस ने दो दिन तक मेरी बहनो की शिकायत दर्ज नहीं की ,वह दोनों अपने ससुराल से मेरे घर पिताजी की तबियत देखने आई थी ,बहनो को पारिवारिक कार्यक्रम के चलते ससुराल भी वापस जाना था,पर वह शिकायत दर्ज करवाने के लिए दो दिन मेरे घर रूखी,लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की और वह दोनों अपने ससुराल चली गई,अब पुलिस का कहना है कि अपनी बहनो को वापस बुलाओ जो काफी मुश्किल है। मनीष का कहना है कि घटना के वक्त में आसपास ही था उसके बावजूद पुलिस मेरे दवारा की जा रही शिकायत दर्ज नहीं कर रही है।
मेरे खुद के घर से पैसे चोरी हुए वो नहीं मिले तो तुम्हारे कैसे मिल जायेगे – थाना प्रभारी माणकचौक
घटना के पांच दिन बाद जब फरियादी मनीष कसेरा ने चोरी हुए रूपये मिलने की उम्मीद जताई जिस पर माणकचौक थाना प्रभारी नरेन्द्र यादव ने तर्क देते हुए कहा कि मेरे घर से कुछ समय पहले एक किरायदार 35 हजार रूपये चोरी कर गया जो आज तक नहीं मिले तो तुम्हारे कहा से मिल जायेगे। इन सभी तथ्यों से यही साबित होता है.नगर के थाना प्रभारी स्वयं असुरक्षित है या अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे है।
ये है पूरा घटनाकर्म
रामगढ क्षैत्र निवासी मनीष कसेरा की बहन दिपशिक्षा पिता विकास निवासी इंदौर और मिनाक्षी पति सुरेन्द्र निवासी कुक्षी ग्रीष्म अवकाश में दोनों बहने रतलाम आई हुई थी । 25 जून सोमवार दोपहर करीब साढे तीन बजे जब दोनों बहने गणेश देवरी क्षैत्र में एक दुकान पर खड़ी होकर सामान खरीद रही थी, तभी शांपिग बैग से किसी ने पर्स निकाल लिया। जब शापिंग करने के बाद रुपए देने के लिए शापिंग बैग में पर्स देखा तो पर्स गायब था। जिसमें 35 से 40 हजार रुपए नगद और मोबाइल फोन रखा था। इसके बाद बहनों ने भाई मनीष को घटना की सूचना दी और बाद में माणकचौक थाने पहुंचकर घटना की सूचना दी। सूचना मिलने बाद भी माणकचौक थाना पुलिस ने क्षैत्र के सीसीटीवी कैमरों की जांच की नहीं की और मामला भी दर्ज नहीं किया ।

करीब दो दिन बाद मनीष कसेरा के पास दो बत्ती स्थित दीपक बेकरी से फोन आया , दूकान संचालक ने फोन पर बताया कि आपका फोन दूकान में कारपेट के नीचे पड़ा हुआ मिला आप आ कर अपना मोबाईल ले जाए,जिसके बाद मनीष कसेरा दीपक बेकरी पहुंचे और मोबाईल लेकर माणकचौक थाने गए,जहां पुलिस को मोबाईल मिलने की सुचना दी। इस पुरे घटनाकर्म के बावजूद माणकचौक पुलिस ने फरियादी की शिकायत दर्ज नहीं की।

You may have missed

Here can be your custom HTML or Shortcode

This will close in 20 seconds