धार जिले में नर्मदा का जलस्तर 127 मीटर पहुंचा, प्रशासन अलर्ट
मालवा-निमाड़,06 अगस्त(इ ख़बर टुडे)। अंचल में कई स्थानों पर सोमवार-मंगलवार को तेज बारिश हुई। नीमच में एक घंटे की बारिश से महू-नसीराबाद राजमार्ग सहित शहर के कई हिस्सों में जलजमाव के हालात बन गए। धार जिले के डूब प्रभावित क्षेत्र निसरपुर में पुल पर मंगलवार शाम नर्मदा का बैक वाटर आ गया। इसे लेकर प्रशासन ने अलर्ट घोषित कर दिया है।
सरदार सरोवर बांध के वर्ष 2017 में गेट लगने के बाद यह पहला मौका है कि अगस्त में ही निसरपुर में उरी बाघनी नदी का पुल डूब गया है। पिछले वर्ष छह अगस्त को नर्मदा का जलस्तर 113 मीटर था। इस बार करीब 127 मीटर पहुंच गया है।
सरदार सरोवर बांध के वर्ष 2017 में गेट लगने के बाद यह पहला मौका है कि अगस्त में ही निसरपुर में उरी बाघनी नदी का पुल डूब गया है। पिछले वर्ष छह अगस्त को नर्मदा का जलस्तर 113 मीटर था। इस बार करीब 127 मीटर पहुंच गया है।
गुजरात में आई बाढ़ के साथ मध्यप्रदेश की नर्मदा नदी की दो सहायक नदियों पर बने बांधों शहीद चंदशेखर आजाद डेम (जोबट डेम) और बड़वानी की गोई नदी पर शहीद भीमा नायक डेम (लोअर गोई) भरने के बाद पानी निकासी के चलते यह स्थिति बनी है। निसरपुर में जलस्तर 128.50 मीटर होने पर कु छ निचली बस्तियों में मकान खाली करवाने पड़ेंगे।
पिकअप वाहन वहा, ग्रामीणों ने ड्राइवर को बचाया
झाबुआ जिले में रायपुरिया के तलावपाड़ा में घरों और खेतों में पानी घुसने से नुकसान पहुंचा है। पारा क्षेत्र में 840 एकड़ में सिंचाई क्षमता वाला धमोई सागर भी लबालब हो गया है। इधर, मंगलवार दोपहर फूलमाल से ढेबर जाने वाले मार्ग की रपट पर पानी आने से वाहनों की आवाजाही रोकनी पड़ी।