November 16, 2024

त्रिवेणी पर पंचक्रोशी एवं शनि अमावस्या समागम में श्रद्धावानों का स्नान

एक लाख से अधिक आस्थावानों का मेला लगा,पुराने जुते- कपडे त्यागे श्रद्धालुओं ने

उज्जैन,04 मई (इ खबरटुडे)। पांच दिन पहले शुरू हुई बैशाख महीने की चिलचिलाती धूप और गर्मी में पैदल की जाने वाली आस्था और विश्वास की 118 किलोमीटर लंबी पंचक्रोशी यात्रा का शनिश्चरी अमावस्या पर त्रिवेणी समागम में स्नान के साथ समापन हो गया।

शनिवार को शनिश्चरी अमावस्या के मौके पर शिप्रा तट स्थित त्रिवेणी संगम पर पंचक्रोशी यात्रियों सहित एक लाख से अधिक धर्मालुओं की भीड़ उमड़ी और पुण्य सलिला मोक्ष दायिनी शिप्रा में आस्था की डुबकी लगाई और पहने हुए अपने वस्त्र और जूते चप्पल पनौती के रूप में छोड़कर यहाँ स्थित नवग्रह शनि मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की।

उल्लेखनीय है कि त्रिवेणी स्थित शनिश्चरी अमावस्या पर शिप्रा के त्रिवेणी संगम में स्नान और नवग्रह शनिमंदिर के दर्शन और पूजन की मान्यता है।।मंदिर के पुजारी जितेंद्र बैरागी के मुताबिक पौराणिक मान्यता के अनुसार ऐसा करने से धर्मालुओं को शनि दोष और शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से छुटकारा मिलता है और शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। लिहाजा शनिश्चरी अमावस्या पर लोगों की यहाँ भीड़ उमड़ती है और लोग भगवान शनिदेव का तेल से अभिषेक कर काला उड़द,काला तिल अर्पित करते हैं।

शनिश्चरी अमावस्या पर यहाँ करीब श्रद्धा का ऐसा सैलाब उमड़ा कि श्रद्धालुओं का आंकड़ा एक लाख को पार कर गया। प्रशासन ने शनिश्चरी अमावस्या को ध्यान में रख त्रिवेणी पर व्यापक इंतजाम किए ।एसपी सचिन अतुलकर और एडीएम आरपी तिवारी कर मुताबिक न केवल श्रद्धालुओं के स्नान के लिये नदी में नर्मदा का पानी छोड़कर पानी का इंतजाम किया गया है बल्कि घाट पर स्नान के लिए फव्वारों की भी व्यवस्था की गई है। वहीं तैराक दल और गोताखोरों की टीम भी नदी में तैनात की गई है जो लगातार पेट्रोलिंग कर रही है।

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