November 15, 2024

ताप्ती के पानी पर कब्जा कर 200 किसानों ने दी आत्महत्या की धमकी

बैतूल,13जनवरी(ई खबर टूडे)। ताप्ती नदी पर बने बैराज से किसानों की मोटरें जब्त करने पहुंचे सरकारी अमले को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अमले के आते ही 200 से अधिक किसान एकत्रित हो गए। कुछ किसानों ने मोटरें जब्त करने पर आत्महत्या की धमकी दी, जिससे अमला मोटर जब्त किए बिना लौट गया।

बैतूल नगर पालिका ने शहर को पेयजल सप्लाई करने के लिए ग्राम खेड़ी में ताप्ती नदी पर करीब सात करोड़ रुपए की लागत से बैराज बनाया है। इससे नदी में करीब चार-पांच किमी दूर तक भरपूर पानी है, जो शहर के लिए रिजर्व है। ग्राम ठेसका, चिचढाना और सराड़ के किसान बैराज के पानी का उपयोग मोटरों के जरिए खेतों की सिंचाई में कर रहे हैं। इससे बैराज का पानी लगातार घटने से शहर में जलसंकट का खतरा है। दो दिन पहले नगर पालिका और राजस्व विभाग ने ऐसे 40 किसानों को मोटरें हटाने की चेतावनी दी थी।

किसानों ने मोटरें नहीं हटाईं तो रविवार को एसडीएम कुमार शानू देवरिया और सीएमओ प्रियंका पटेल पुलिस बल, बिजली, नपा और राजस्व अमले के साथ वहां पहुंचे। जिस पर तीनों गांवों के 200 से अधिक किसान जुट गए। किसानों का कहना था कि यदि एक भी मोटर जब्त की तो वे नदी में कूदकर या जहर खाकर जान दे देंगे। किसानों का कहना था कि पारसडोह बांध में भरपूर पानी है। यदि ताप्ती बैराज का पानी खत्म हो भी जाएगा तो पारसडोह बांध से पानी मिल जाएगा।

पानी बचाना जरूरी है
शहर को पानी मुहैया कराने के लिए ताप्ती बैराज का पानी बचाना बेहद आवश्यक है। ताप्ती बैराज का पानी इसी रफ्तार से कम होता रहा तो जल्द खत्म हो जाएगा। फिर शहर को पानी कहां से उपलब्ध कराएंगे, यह समस्या बनी हुई है। अब विधायक और कलेक्टर से चर्चा कर उचित हल निकालने के लिए अनुरोध किया जाएगा। शहर को पानी मुहैया कराने के लिए ताप्ती बैराज का पानी बचाना बेहद आवश्यक है। ताप्ती बैराज का पानी इसी रफ्तार से कम होता रहा तो जल्द खत्म हो जाएगा। फिर शहर को पानी कहां से उपलब्ध कराएंगे, यह समस्या बनी हुई है। अब विधायक और कलेक्टर से चर्चा कर उचित हल निकालने के लिए अनुरोध किया जाएगा। –प्रियंका पटेल, सीएमओ, बैतूल

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