डेलनपुर से लापता युवक की लाश मिली,हत्या के बाद कुंए में फेंका था लाश को,दो आरोपी गिरफ्तार
रतलाम,16 फरवरी (इ खबरटुडे)। समीपस्थ ग्राम डेलनपुर से पिछले पांच दिनों से लापता युवक महेन्द्र पोरवाल की लाश आज एक कुंए से बरामद हुई। महेन्द्र की हत्या की गई थी। पुलिस ने महेन्द्र की हत्या में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस अधीक्षक अमितसिंह ने कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेसवार्ता में इस हत्याकाण्ड की विस्तार से जानकारी दी। एसपी श्री सिंह ने बताया कि उल्लेखनीय है कि डेलनपुर निवासी महेन्द्र पिता मांगीलाल पोरवाल 19,विगत 11 फरवरी से लापता था। उसके गायब होने के बाद उसके परिजनों के पास पांच लाख रु. की फिरौती की मांग वाला एक टेलीफोन भी आया था। यह काल लापता महेन्द्र के मोबाइल से ही की गई थी। इस काल के बाद से महेन्द्र का मोबाइल लगातार स्विच आफ मिल रहा था।
अपहरण का एंगल सामने आने के बाद पुलिस ने सायबर सेल की मदद से इस मामले की गंभीरता से जांच की। सायबर सेल ने जब महेन्द्र के मोबाइल को ट्रैक किया तो पता चला कि मोबाइल की लोकेशन रतलाम से धार,नालछा होते हुए एबी रोड धामनोद से मुंबई की ओर बढ रहा था। पुलिस ने एक टीम इस मोबाइल का पीछा करने के लिए लगाई। धार,बडवानी,तथा खरगोन पुलिस को भी हाई अलर्ट पर रखा गया। पुलिस ने एबी रोड पर स्थित खलघाट,दूधी,सेंधवा इत्यादि स्थानों पर नाकाबन्दी करके वाहनों की तलाश करवाई,लेकिन अपहृत युवक पुलिस के हाथ नहीं आया। दूसरी ओर मोबाइल की लोकेशन लगातार मुंबई की ओर बढती हुई मिल रही थी। इस पर जुलवानिया के पास नाकाबन्दी करके वाहनों की तलाशी करवाई गई। तलाशी के दौरान अपहृत महेन्द्र का मोबाइल एक ट्रक में पीछे पडा हुआ मिला। उक्त ट्रक रतलाम के कटारिया वायर्स से माल लोड कर पूना जा रहा था। ट्रक में मिला मोबाइल साइलेन्ट मोड में था। आरोपियों ने फिल्म दृश्यम से प्रेरित होकर पुलिस को भ्रमित करने के लिए मोबाइल को ट्रक में फेंका था।
इसी दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि अपहृत महेन्द्र पोरवाल का कुछ दिनों पूर्व गांव के ही किशोर पाटीदार से विवाद हुआ था। किशोर पाटीदार की दोस्ती मृतक के रिश्ते की बहन से थी और इसी वजह से दोनों के बीच विवाद हुआ था। यह जानकारी मिलने पर पुलिस ने किशोर व अन्य संहेहियों को हिरासत में लेकर कडी पूछताछ की। पूछताछ में अपना जुर्म कबूलते हुए किशोर ने पुलिस को बताया कि उसने अपने मित्र रवि उर्फ प्रदीप पिता मोहनलाल प्रजापत 23 नि.ग्राम पलसोडा की मदद से महेन्द्र की हत्या की है। आरोपी ने बताया कि वह और रवि महेन्द्र पोरवाल को मोटर साइकिल पर बैठा कर अपने मामा बनवारीलाल प्रजापत के इसरथूनी रोड स्थित कुंए पर ले गए थे,जहां उन्होने शराब पी और बाद में गला घोंटकर महेन्द्र की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने लाश को पत्थरों से बांध कर कुंए में फेंक दिया। हत्या के बाद पुलिस को भटकाने और भ्रमित करने के लिए मृतक के ही मोबाइल से हत्या के चार दिन बाद पांच लाख रु.की फिरौती मांगी और फिरौती न देने पर हत्या करने की धमकी दी। इसके बाद दृश्यम फिल्म से प्रेरणा लेकर मोबाइल को चालू अवस्था में ट्रक में फैंक दिया।
एसपी अमित सिंह ने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर आज इसरथूनी रोड स्थित कुंए से मृतक की लाश बरामद की। पुलिस ने दोनो आरोपियों को हत्या,अपहरण और साक्ष्य नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।