टैक्सी ड्राइवर के जन-धन खाते में आए 98 खरब रुपए
बरनाला29 नवम्बर (इ खबरटुडे)।तर्कशील चौक निवासी एक टैक्सी ड्राइवर के जन-धन खाते में 4 नवंबर को अचानक 98 खरब रुपए जमा हो गए। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद टैक्सी ड्राइवर बैंक मैनेजर के पास गया तो मैनेजर ने पासबुक लेकर वापस भेज दिया और तीन दिन बाद नई पासबुक दे दी। 19 नवंबर को एक बार फिर टैक्सी ड्राइवर के खाते में करीब 10 खरब रुपए आ गए।
टैक्सी ड्राइवर ने इसकी सूचना आयकर विभाग को दी और सोमवार शाम आयकर विभाग की दो टीमों ने बरनाला स्थित स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की दोनों ब्रांचों में छापे मारे। बलविंदर सिंह स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की एसडी कॉलेज स्थित ब्रांच से हर रोज अपनी टैक्सी में कैश शहर में ही बैंक की मुख्य ब्रांच तक ले जाता था। इस काम के उसे प्रतिदिन 200 रुपए मिलते थे जिसे बैंक उसके जन-धन खाते में रोज जमा कर देता था।
4 नवंबर को उसके मोबाइल पर उसके खाते में 98 खरब रुपए का मैसेज आया तो वह बैंक मैनेजर के पास गया। उसे वापस भेज दिया गया। हालांकि बैंक मैनेजर ने इसे क्लेरिकल मिस्टेक बताई।
गलती करने वाले कर्मचारी को नोटिस भेजा
बलविंदर ने बताया कि बैंक में उसका सेविंग खाता है, जो उसने जन-धन योजना में बदलवा लिया था। चार नवंबर को उसके मोबाइल पर मैसेज आया कि उसके खाते में 98,05,95,15,12,757 रुपए जमा हो गए हैं। 19 नवंबर को फिर से उसके खाते में 9999997486.19 रुपए जमा हो गए। बैंक मैनेजर रविंदर कुमार का कहना है कि टैक्सी ड्राइवर के खाते में गलत एंट्री से पैसा चला गया था। बैंक की गलती को सुधार लिया गया है। गलती करने वाले कर्मचारी को नोटिस भेजा गया है।
बैंक की दूसरी ब्रांच ने किए थे पैसे ट्रांसफर
मामला सामने आने के बाद छानबीन में पता चला है कि टैक्सी ड्राइवर के खाते में पैसा उस ब्रांच ने नहीं डाले जिसमें उसका खाता था, बल्कि बैंक की डीसी कॉम्प्लेक्स स्थित दूसरी ब्रांच ने ट्रांसफर किए थे। यही बात आयकर विभाग के लिए पहेली बनी हुई है कि किसी दूसरी ब्रांच ने पैसा क्यों ट्रांसफर किया। एक बार तो गलती हुई, लेकिन 19 नवंबर को फिर से पैसा ट्रांसफर किया गया।