जावरा विकास के कई मुद्दे उठाए विधायक डॉ पांडेय ने,पीलिया खाल प्रदूषण मुक्त योजना शीघ्र होगी प्रारम्भ
जावरा,12 जुलाई (इ खबरटुडे)। जावरा नगर में बहुप्रतीक्षित पीलिया खाल प्रदूषण मुक्त कार्ययोजना का कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जाएगा,वहीं इंडोर स्टेडियम के लिए कब्जा दिलाने के लिए तहसीलदार द्वारा कार्रवाई की जाना है। उक्त आशय की जानकारी प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने जावरा विधायक डॉ राजेंद्र पांडेय द्वारा नगर विकास के लिए विभिन्न कार्य योजनाओं की प्रगति को लेकर लगाए सवाल पर दी।
आप ने आगे बताया कि जावरा नगर के लिए बीते वर्षों में प्रमुख कार्यों की कार्य योजना हेतु विधायक द्वारा प्रस्ताव दिए गए थे। जिसमें प्रमुख रूप से पीलिया खाल प्रदूषण मुक्त कार्ययोजना का कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जाएगा।आठ करोड़ रु की लागत की इस कार्ययोजना को स्वीकृति दी जा चुकी है,निविदा का कार्य भी हो गया है।इस कार्य के लिए विधायक डॉ पांडेय द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे थे।सब्जी मंडी स्थित मल्टीलेवल शॉपिंग काम्प्लेक्स के लिए नगर पालिका परिषद द्वारा स्वीकृति नहीं दी गई है, इसके अलावा इंडोर स्टेडियम के लिए कुम्हारी में भूमि आवंटित कर दी गई है, जिसका कब्जा दिलाने के लिए तहसीलदार को लिखा गया है ।इसी तरह स्विमिंग पूल की कार्ययोजना दो करोड़ 9 लाख रु की होकर स्वीकृत की जा चुकी है। यह कार्य 31 दिसंबर तक पूर्ण किया जाना है । जावरा विधायक डॉ पांडेय के अन्य सवाल पर जयवर्धन सिंह ने बताया कि जावरा नगर में 108 कालोनियां हैं, इसमें से 68 वैद्य हैं व 40 अवैध है। इन कालोनियों में विकास कार्य को लेकर क्षेत्रीय नागरिकों की मांग अनुसार कार्यवाही की जा रही है।
जावरा विधायक डॉ पांडेय ने जावरा विधानसभा क्षेत्र में भवन विहीन हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों का मामला उठाते हुए भवन स्वीकृति की मांग की ।जिस पर स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने बताया कि बीते 4 वर्षों में जावरा विधानसभा में 7 विद्यालयों के भवन स्वीकृत किए गए हैं ,अभी भी 12 हाईस्कूल – हायर सेकेंडरी विद्यालय अन्य भवनो में संचालित हो रहे हैं ।भवन विहीन स्कूलों के लिए प्रस्ताव बनाये गए है लेकिन स्वीकृति कब होगी यह बताना मुश्किल है।
रतलाम जिले में वन विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर किए गए डॉ पांडेय के प्रश्न पर वन मंत्री उमंग सिंघार ने बताया कि विभाग द्वारा भू जल संरक्षण ,वन क्षेत्र के उपचार हेतु विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। जिले में बिगड़े वनों का सुधार, चारागाह स्थापना कार्य को लेकर पिछले 3 वर्षों में 22 करोड़ 65 लाख रु की राशि स्वीकृत की गई है ।इसके अलावा इको पर्यटन विकास क्षेत्र के कार्यों में अपेक्षित प्रगति नहीं हुई है ,जिले में राजापुरा माताजी ,कवलका माता ,धोलावाड़, सैलाना कैक्टस गार्डन में ईको पर्यटन विकास के कार्य प्रस्तावित किए गए हैं।