जावरा कृषि उपज मण्डी को राष्ट्रीय स्तर की मण्डी बनायेंगे – कृषि मंत्री
जावरा में 26 करोड़ की लागत से नवनिर्मित कृषि उपज मण्डी का शुभारम्भ
रतलाम/जावरा 10 फरवरी,(इ खबरटुडे)। कृषि मंत्री म.प्र. शासन गौरीशंकर बिसेन ने आज जावरा में 26 करोड़ तीन लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित कृषि उपज मण्डी का समारोह पूर्वक लोकार्पण किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि जावरा कृषि उपज मण्डी को राष्ट्रीय स्तर की मण्डी के रूप में विकसित किया जायेगा।
उन्होने कहा कि राष्ट्रीय कृषि बाजार में जावरा मण्डी की कृषि उपज को स्थान दिलाने के लिये भारत सरकार के द्वारा 30 लाख रूपये का अनुदान दिया है। जावरा राष्ट्रीय कृषि बाजार में पंजीकृत प्रदेश की 50 मण्डीयों में से एक मण्डी है।
मुम्बई से प्रभारी मंत्री पारस जैन ने मोबाईल से किया सम्बोधित
जिले के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन ने इस अवसर पर दूरभाष पर कृषकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मण्डी के सफल संचालन हेतु सभी लोगों का सहयोग जरूरी होगा।
कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कृषक किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार किसान हितैषी सरकार है। खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये सरकार के द्वारा चौमुखी प्रयास किये जा रहे है। जिससे किसानों को उनकी उपज से अधिकतम लाभ प्राप्त हो सकें। सरकार द्वारा इसके लिये अधोसंरचनात्मक विकास पर भी अधिकाधिक ध्यान दिया जा रहा है। कृषि मंत्री ने दो हजार 602.03 लाख रूपये की लागत से जावरा नगर के अरनीयापीथा में 104.22 एकड़ भूमि में नवनिर्मित कृषि उपज मण्डी के प्रारम्भ होने पर कृषकों को शुभाकामनाएॅ एवं बधाई दी।।
उन्होने अपने सम्बोधन मे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लेने की अपील कृषकों से की। उन्होने बताया कि अभी प्रदेश में 23 प्रतिशत किसान बीमा योजना का लाभ लेते है। वर्षभर में इसको 50 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। कृषि मंत्री ने कहा कि फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीब की फसलों के दो प्रतिशत, रबी की फसलों के लिये डेढ़ प्रतिशत और उद्यानिकी फसलों के लिये बीमे की प्रिमियम राशि पॉच प्रतिशत रखी गई है। इसके अंतर्गत खेत खलिहानों में रखी फसलों के खराब हो जाने पर भी बीमा राशि का लाभ मिल सकेगा।
कृषि मंत्री ने गत दिवस रात्री में काटूज कृषि उपज मण्डी जावरा में लहसुन की ग्रेडिंग प्लान का अवलोकन किया। उन्होने बताया कि रात्री में कृषि उपज मण्डी के हम्मालों और तुलावटी के द्वारा बताया गया कि मण्डी से घर लौटते समय पुलिस कर्मियों के द्वारा अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है। कृषि मंत्री ने संयुक्त संचालक मण्डी बोर्ड उज्जैन एवं सचिव कृषि उपज मण्डी को हम्माल एवं तुलावटियों को परिचय पत्र जारी करने के निर्देश दिये है ताकि वे अनावश्यक होने वाली परेशानी से निजात पा सके।