September 29, 2024

चुनावी समय में की गई रतलाम महापौर की घोषणा व संकल्प चार साल बाद भी हवा-हवाई

रतलाम,24 अक्टूबर(इ खबरटुडे/)। नगर की जनता को हथेली में चाँद दिखाने वाली प्रवृति आज भी बरकार है। रतलाम नगर की महापौर की चुनावी घोषणाए आज भी वर्तमान में अटकी पड़ी है,पूर्व में चुनावी वर्ष में महापौर दवारा लिये गए 22 सकल्प चुनावी प्रचार पत्रों में दबे पड़े है । आज भी नगर के विकास कार्य में अवरुद्ध नगर निगम की भेड़ चाल है। अपने निजी संस्थानों से लगाव रखने वाले जनप्रतिनिधि जनता के लिए सर्वश्रेठ कार्य कभी नहीं कर सकते है।

नगर निगम आयुक्त व महापौर के अनौपचारिक मदभेद नगर की जनता को औपचारिक रूप से सहने पड रहे है। इधर महापौर अपने कार्यालय से ज्यादा समय अपने निजी अस्पताल में व्यतीत करते देखी जाती है। रतलाम नगर की महापौर दवारा लिए गये ऐसे कई सकल्प थे जो नगर निगम के मूलभूत कर्तव्य कहे जाते है,जिसमे भी महापौर खरी नहीं उतरी उदहारण स्वरूप स्वच्छ जल प्रदाय ,नियमित सफाई व्यवस्था,- शहर में गार्डन और बगीचों का रखरखाव करना आदि।

रतलाम को ऐसा आधुनिक एवं गतिशील शहर बनाना है जो तीर्व औधोगिकीकरण हेतु निवेशकों को आकर्षित करे,व्यापर की प्रगति हो एवं युवाओ को रोजगार मिले -यह सकल्प मानीय महापौर जी दवारा लिया गया था लेकिन वास्तविकता में देखा जाये तो इन चार सालो में नगर निगम की कार्यप्रणाली में भी गति नहीं दिखाई दी। ऐसे अनेक विकास कार्यो का लॉलीपॉप देकर रतलाम की जनता को भर्मित किया गया है।

संकल्प नम्बर 01-शहर को स्मार्ट सिटी बनाने हेतु पुरे शहर में वाई-फाई नेटवर्क लगाना- ये संकल्प महापौर जी ने चुनाव प्रचार के दौरान लिया था लेकिन ये सकल्प किस स्तर तक सफल हुआ वह तो रतलाम की जनता अच्छे से जानती है।

 

 

 

 

संकल्प नम्बर02-शहर के सार्वजनिक बगीचों ,वाचनालयो का सरक्षण- नगर के बगीचों का हाल इन दिनों ऐसा हो रहा है अधिकांश बगीचे अपना अस्तित्व खो चुके है।

बाउंड्री नहीं होने कारण पशु अन्दर घुस जाते है। , नगर के बगीचों की बदहाल स्थति पर मेयर का कोई ध्यान ही नहीं है।

 

 

 

 

 

स्वयं मेयर एक डॉक्टर होकर भी बगीचो का महत्व भूल गई और ऐसा ही हाल नगर के वाचनालयों का भी हो रहा है। कब कहा से कौन सा हिस्सा गिर जाये कुछ पता नहीं लेकिन नगर की मेयर को शायद किसी हादसे का इंतज़ार है ,उसी के बाद ये संकल्प पूरा होगा जो चुनाव जीतने से पहले जनता को लॉलीपॉप देने लिए दिया था।

 

 

 

संकल्प नम्बर 03-अमृत सागर तालाब का सौंदर्यीकरण कर उसे उत्कृष्ट पारिवारिक मनोरंजन स्थल बनाना- ये संकल्प तो रतलाम नगर के वर्तमान व पूर्व के कई महापौरों ने लिया लेकिन संकल्प पूरा करने का दम किसी में भी दिखाई नहीं दिया, उत्कृष्ट पारिवारिक मनोरंजन स्थल बनाना तो दूर तालाब के पास फैली गंदगी के चलते कोई खड़ा भी नहीं रह सकता है ।

 

 

 

तालाब के नाम पर लिए गये करोड़ो रूपये नेताओ,अफसरों ,अधिकारियो की जेबो में चले जाते है और तालाब वैसा का वैसा ही गंदगी से भरा ,जलकुंभी से सजा है। कमिशन की गणित से अवैध रूप से खेतो में पानी छोड़ ना जारी है। लेकिन मेयर नगर की जनता को लॉलीपॉप देकर भूल गई।

 

 

 

संकल्प नम्बर04-नगर के प्रमुख मार्गो का सौंदर्यीकरण करना-ये संकल्प तो इस फोटो को देख कर लगाया जा सकता है की नगर के मुख्य चौराहे का क्या है। जब की सुनीता यार्दे को महापौर का पद मिले चार वर्ष हो गये है। नाम दो बत्ती लेकिन दोनों बत्ती कब चलती है कब बंद होती है कोई ध्यान ही नहीं है।

 

 

 

 

संकल्प नम्बर05-नगर में सुचारु रूप से प्रतिदिन स्वच्छ एवं मीठे जलप्रदाय हेतु योजना बनाकर त्वरित क्रियान्वन करना-मनीय मेयर की यह योजना कब पूरी होगी पता नहीं ,धोलावाड़ डेम में पर्याप्त जल होने के बावजूद नगर की जनता को गर्मी के साथ अन्य मौसम में भी तीन-तीन दिन इंतज़ार करना पड़ता है और उसमे कई बार पानी में गंदगी व कीड़े होने के मामले सामने आ चुके है।

 

 

 

संकल्प नम्बर 06-सुगम यातायात हेतु नगर की पुलियाओ का चौड़ीकरण-पुलिया का चौड़ीकरण तो दूर मेयर से नगर के भीतर बाजारों का अतिक्रमण तक नहीं हटा जिसके चलते हर दिन नगर की यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है।नगर में किसी भी स्थान के लिए उचित पार्किंग उपलब्ध नहीं है ,जिसके चलते लोगो  को हर कई वाहन पार्क करने पड़ते है।

सड़को के हाल तो इतने बुरे है की इन्हे पुरे नये सिरे से बनाने की जरूरत है परन्तु मेयर हर बार इन पर मामूली सी मरम्मत करवा कर बैठ जाती है और कुछ दिन सड़के फिर वैसी की वैसी हो जाती है। लेकिन चार सालो में मेयर इन समस्या को हल नहीं कर सकी।

 

 

 

संकल्प नम्बर 07-सैलाना रोड पर आधुनिक सुविधायुक्त बस स्टेण्ड का निर्माण-सैलाना बस स्टेण्ड आज भी अपने उचित स्वरूप का इंतज़ार कर रहा है। यहां ना तो यात्रियों के लिए खड़े रहने के लिए उचित जगह है और नहीं पीने के पानी की सुविधा। लेकिन महापौर ने चुनाव में संकल्प लेने के बाद आज तक इस बस स्टेण्ड का भर्मण तक नहीं किया।

 

 

 

 

 

संकल्प नम्बर08-स्टेडियम का आधुनिक नवनिर्माण ,अन्य खेलो के मैदान का विकास-स्टेडियम का कितना विकास हुआ यह वास्तविकता फोटो में देखी जा सकती है। लेकिन नगर की मेयर यहां भी किसी हादसे का इंतज़ार कर रही है। इस स्टेडियम में हर वर्ष दशहरे पर रावण दहन किया जाता है। जिसके चलते काफी लोगो का जमावड़ा होता है,लेकिन मेयर की व्यवस्था उन्हें खड़े रहने पर मजबूर करती है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

संकल्प नम्बर 09-राजस्व वृद्धि हेतु सेटेलाइट दवारा जियोग्राफिकल इंफोरशन सिस्टम से शहर का डिजिटल नक्शा तैयार करना-इस संकल्प मेयर द्वारा लिया गया था ,लेकिन अभी तक इस सिस्टम हेतु निगम कार्यालय पर कंप्यूटर तक नहीं आये है। निगम सूत्रों के अनुसार इस सिस्टम को नगर में चालू होने में करीब 2 साल का अतरिक्त समय लगेगा। परन्तु महापौर ने जनता को लॉलीपॉप 4 साल पहले ही दे दिया था।

 

 

 

संकल्प नम्बर10-नगर के 23 नालो का पक्का निर्माण कर गंदगी मुक्त करना – नगर परिषद द्वारा नगर में सीसी नाला-नाली के निर्माण शुरू होना तो दूर अभी तक जिम्मेदारों द्वार मॉनिटरिंग कार्य भी अधूरे है।

त्योहार चल रहे हैं और घर के सामने गड्ढे होने के साथ गंदगी से रहवासी परेशान हैं। नालो की सफाई तो दूर और गंदगी के ढेर लगे पड़े है।

 

 

 

 

ऐसे कई संकल्प मेयर द्वारा लिए गये लेकिन उन्हें सफल रूप आज तक नहीं दिया गया है। इन सभी संकल्पो की वर्तमान स्थति देख यही लगता है की आने वाले समय में यही संकल्प फिर चुनावी प्रचार पत्रों में छपेगे और नगर की जनता की भावनाओं से एक बार फिर खेला जायेगा।

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