गर्भ में पढ़ाएंगे भू्रण को संस्कारों का पाठ
संस्कार गायत्री परिवार की 5 सदस्यों की टीम द्वारा करवाया जाएगा
उज्जैन, 18 जून(इ खबरटुडे)।शहर में पहली बार होने वाले बच्चे के चरित्र निर्माण के लिए गर्भ संस्कार अनुष्ठान का आयोजन गायत्री परिवार और जे.के. हाॅस्प्टिल के संयुक्त तत्वावधान में प्रत्येक पूर्णिमा को किया जाएगा। गायत्री परिवार में पुंसवन संस्कार अनुष्ठान के नाम से प्रचलित यह संस्कार सोमवार को प्रथम बार पूर्णिमा पर होगा।
शरीर के शिशु के जन्म की आकांक्षा से यह संस्कार करवाया जाता है
डाॅ. जया मिश्रा एवं गायत्री परिवार की रश्मि शर्मा के अनुसार जे.के. हाॅस्पिटल में प्रत्येक पूर्णिमा को यह संस्कार गायत्री परिवार की 5 सदस्यों की टीम द्वारा करवाया जाएगा। डाॅ. जया मिश्रा प्रेग्नेंसी से संबंधित प्रश्नों के जवाब देंगी। अनुष्ठान में डेढ़ घंटे का समय लगता है डाॅ. मिश्रा के अनुसार शिशु का मन, बुध्दि और चित्त को निर्मल, संतुलित,विवेकवान और भावनात्मक रूप से सर्वश्रेष्ठ बनाने तथा पूर्व जन्म के कुसंस्कारों को हटाकर एक स्वच्छ मन और शरीर के शिशु के जन्म की आकांक्षा से यह संस्कार करवाया जाता है। 2 से 6 माह की गर्भवती महिलाओं के लिए यह ज्यादा फायदेमंद है।
हाॅस्पिटल में संपर्क कर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा
डाॅ. मिश्रा के अनुसार विभिन्न शोधों और परिक्षणों में यह पाया गया है कि इस संस्कार को ग्रहण करने के बाद शिशु के विकार और गर्भपात की दर कम हुई है। यह संस्कार पूरी तरह निःशुल्क रहेगा। लेकिन प्रथम आओ प्रथम पाओ के आधार पर किया जाएगा। इसमें शामिल होने से पहले जे.के. हाॅस्पिटल में संपर्क कर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा