गणपती बाप्पा मोरया के स्वागत के लिए संजे नगर के बाजार
रतलाम 02 सितम्बर(इ खबरटुडे)।5 सितंम्बर से आरम्भ हो रहे गणेश महोत्सव को लेकर बाजारो मे तैयारी आरम्भ हो चुकी है। शहर के मुख्य चैराहो पर गणेश जी प्रतिमा सजने लगी हैै। प्रतिमा बनाने वाले कलाकारो ने बताया कि वे उत्सव की तैयारी एवं मूर्तियो को बनाने व सजाने का कार्य कई माह पहले ही प्रारम्भ कर देते हैैैै। ताकि वह समय पर मूतिर्यो को बाजारो तक पहुचा सके। रतलाम नगर के मित्र निवास रोड पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी गणेश जी मूतियो को लेकर विशेष रोनक देखी जा रही हैै।वही शहर के मुख्य बाजार माणकचोक मे उत्सव के लिए आवश्यक पूजन साम्रगी की दुकानो पर लोगो की भीेड लगने लगी है।
मिट्री से निर्मित मूर्तियो से नदियों व तालाब का पानी भी दूषित नही होता है
इस बार आम लोगो मे मिट्री से निर्मित मुर्तियो के प्रति उत्सुकुता भी देखी जा रही है। शहर के अधिकाश लोग मे मिट्री से निर्मित मूर्तियो की मांग देखी जा रही है। आम लोगो का माना है कि मिटी की मूर्तियो को विसर्जन करने के पर मूर्तिया कम समय मे ही गल जाती है और इनसे नदियों व तालाब का पानी भी दूषित नही होता है।बाबा मेडिकोज के सचंालक राजेश जी का माना है कि त्यौहार मनाने के साथ हमे इस बात का ध्यान रखना भी आवश्यक है कि हमारे द्रारा पयार्वरण पर दूषित प्रभाव न हो। आज के समय बनने वाली मूतिर्यो में हानिकारक कैमिकल व कलर मिलाए जाते हैै।जिसे नदियो का पानी दूषित होता हैै। इसी लिए मिट्री से निर्मित मूर्तियो की पूजा कर विसर्जन करना चाहिए।
इस बार, इस शुभ नक्षत्र में मनेगी गणेश चतुर्थी
इस वर्ष गणेश चतुर्थी रवियोग चित्रा नक्षत्र में मनेगी। गणेश चतुर्थी 5 सितंबर 2016 सोमवार के दिन है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी के दिन भगवान श्री गणेश के जन्म दिन गणेश चतुर्थी के रूप में जाना जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है।यह मान्यता है कि भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष के दौरान भगवान गणेश का जन्म हुआ था। गणेशोत्सव अर्थात गणेश चतुर्थी का उत्सव 11 वें दिन अनन्त चतुर्दशी 15 सितंबर2016 गुरुवार के दिन समाप्त होता है और यह दिन गणेश विसर्जन के नाम से जाना जाता है।
गणपति स्थापना और गणपति पूजा मुहूर्त के विषय में ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न काल के दौरान हुआ था इसीलिए मध्याह्न के समय को गणेश पूजा के लिए ज्यादा उपयुक्त माना जाता है।दिन के विभाजन के अनुसार मध्याह्न काल दोपहर होता है। गणेश चतुर्थी के दिन, गणेश स्थापना और गणेश पूजा, मध्याह्न के दौरान की जानी चाहिये। ज्योतिष के अनुसार मध्याह्न के समय को गणेश पूजा के लिए सबसे उपयुक्त समय माना जाता है।
गणेश स्थापना के शुभ मुहूर्त
5 सितंबर 2016 सोमवार को चौघडिया अनुसार…
प्रातः 6 से 7:30 अमृत, 9 से 10:30-शुभ
दोपहर 1:30 से सायं 6-चर,लाभ,अमृत
सायं 6 से 7:30 चर
रात्रि 10:30से 12 लाभ! स्थिर लग्न अनुसार
दोपहर 11:23 से 1:39-वृश्चिक
सायं 5:31 से 7:05 कुंभ
रात्रि 10:15 से 12:24 वृषभ!