कासगंज में हालात बेकाबू, उपद्रवियों ने दो बसों और दुकानों में लगाई आग, साध्वी प्राची पहुंची
कासगंज,27 जनवरी(इ खबरटुडे)। शुक्रवार को तिरंगा यात्रा के दौरान हुए बवाल में मृत चंदन गुप्ता के अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान पर फूटा आक्रोश। धरने पर बेठे, सांसद राजवीर सिंह को भी धरने पर बैठने को किया मजबूर। मुआवजे को लेकर सीएम से आश्वासन मिलने के बाद किया अंतिम संस्कार, शामिल हुए सांसद, विधायक।बताया जा रहा है कि अंत्येष्टि कर लौट रहे आक्रोशित लोगों ने सड़क किनारे खड़ी दो बसों में लगाई आग, एक खोका फूंका।कासगंज में उपद्रवियों का शिकार बना खोखा और बस।फिर हालात हुए बेकाबू। उपद्रवियों ने आधा दर्जन दुकानों में लगाई आग। शहर के बाराद्वारी पर बर्तन की दुकान में शटर तोड़कर तोडफ़ोड़। आग लगाने की कोशिश। कई कस्बों के बाजार बंद, पुलिस की गश्त।
कासगंज जाते समय रोकी गई साध्वी प्राची धरने पर बैठीं
सांप्रदायिक बवाल के बाद कासगंज जा रही साध्वी प्राची व उनके काफिले को सिकंदराराऊ पुलिस ने कासगंज रोड पर रोका। इस दौरान सिकंदराराऊ कोतवाल से नोंकझोंक हो गई। गाड़ी की चाबी निकालने से समर्थक आक्रोशित हो गए। समर्थकों के साथ साध्वी पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। अलीगढ़-एटा व मथुरा-बरेली मार्ग पर जाम लगा दिया गया है ।
गणतंत्र दिवस पर समुदाय विशेष के लोगों ने विद्यार्थी परिषद् की तिरंगा यात्रा पर पथराव किया तो पूरे शहर में बवाल हो गया। जमकर फायरिंग और पथराव हुआ। कई जगह आगजनी की कोशिश की। गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है जबकि दो घायल हुए है। पथराव में आधा दर्जन चोटिल है। जिसमें कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल है। देर शाम शहर में आरएएफ ने मोर्चा संभाला है।
शुक्रवार सुबह विद्यार्थी परिषद एवं हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता बाइक से तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। यह यात्रा मुस्लिम बाहुल्य मुहल्ला हुल्का में पहुंची तो यहां कार्यकर्ताओं ने वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाए। जिस पर समुदाय विशेष के एक युवक ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी होने लगी। देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव होने लगा। मुस्लिम बस्ती में घिरे कार्यकर्ता अपनी दो दर्जन से अधिक बाइक छोड़ भागे।