उज्जैन सहित अन्य चार जिलों में एक अगस्त से ऑनलाईन रजिस्ट्री की व्यवस्था
आॅनलाइन व्यवस्था से अनियमितता पर लग सकेगा प्रभावी अंकुश
उज्जैन 27 जुलाई (इ खबरटुडे)। उज्जैन जिले सहित प्रदेश के अन्य चार जिले में एक अगस्त से संपत्ति दस्तावेज के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया घर बैठे ऑन लाईन शुरू होगी। उज्जैन के अलावा प्रदेश के अन्य जिले सीहोर, टीकमगढ़, बालाघाट और अनूूपपुर है।
वर्कशाॅप में वाणिज्यिक कर मंत्री जयंत मलैया ने कहा कि आॅनलाइन व्यवस्था शुरू ह¨ने से अनेक प्रकार की अनियमितता तथा अवांछित गतिविधिय¨ं पर प्रभावी अंकुश लग सकेगा। देश में पहली बार लागू की जा रही इस व्यवस्था क¨ वर्ष के अंत तक पूरे प्रदेश में क्रियान्वित कर दिया जायेगा। उन्ह¨ंने कहा कि पंजीयन विभाग क¨ इस वर्ष 4,500 कर¨ड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य दिया गया है। उन्ह¨ंने बताया कि भ¨पाल, इंद©र, ग्वालियर तथा जबलपुर में 10 ई-रजिस्ट्रेशन कार्यालय निर्मित किये जा रहे हैं। इसके लिए 10 कर¨ड़ रुपये मंजूर किये जा रहे हैं।
प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर अश्विनी कुमार राय ने विभाग के कर्मचारी अ©र अधिकारिय¨ं से कहा कि वे पंजीयन करवाने आने वाले ल¨ग¨ं के साथ अच्छा व्यवहार करे अ©र ऐसा न समझें कि वे पंजीयन कर उन पर क¨ई एहसान कर रहे हैं। उन्ह¨ंने कहा कि विभाग की छवि क¨ सुधारने के लिये गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं। ई-पंजीयन व्यवस्था इसमें कारगर सिद्ध ह¨गी।
महानिरीक्षक पंजीयन श्रीमती दीपाली रस्त¨गी ने ई-पंजीयन व्यवस्था की जानकारी देते हुए बताया कि इससे पंजीकृत दस्तावेज पब्लिक सर्च के लिए आसानी से उपलब्ध ह¨ंगे। एक ही सम्पत्ति अनेक ल¨ग¨ं क¨ नहीं बेची जा सकेगी, ई-स्टाम्पिंग के कारण स्टाम्प¨ं की कमी अ©र फर्जीवाड़े क¨ र¨का जा सकेगा अ©र दलाल¨ं से मुक्ति मिलेगी। इससे विभाग के कार्य में पारदर्शिता आयेगी। उन्ह¨ंने कहा कि पाॅयलट परिय¨जना के 5 जिले में सेवा प्रदायक¨ं क¨ लाइसेंस अ©र क्रेडिट लिमिट देने के साथ-साथ पुराने स्टाम्प पेपर वापिसी का कार्य 15 जुलाई तक कर लिया जायेगा।