इसाई बनाने के लिए,ले जाए जा रहे पचास से अधिक नन्हे आदिवासी बच्चे बरामद,जीआरपी थाने पर मामले की जांच
रतलाम,21 मई (इ खबरटुडे)। बजरंग दल कार्यकर्ताओं की सतर्कता के चलते आरपीएफ ने करीब साठ ऐसे आदिवासी बच्चों को ट्रेन से पकडा जिनका धर्मपरिवर्तन करने के लिए उन्हे नागपुर ले जाया जा रहा था। झाबुआ क्षेत्र के विभिन्न गांवों से लाए गए इन बच्चों की आयु सात से चौदह वर्ष के बीच है। आरपीएफ द्वारा बरामद किए गए बच्चों को अब जीआरपी थाने ले जाया गया है,जहां आगामी कार्यवाही के बारे में प्रक्रिया चल रही है।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इन बच्चों को मेमू ट्रेन से झाबुआ से रतलाम लाया गया था। इन्हे रतलाम से इन्दौर और फिर इन्दौर से नागपुर ले जाया जाना था। बच्चों ने पूछताछ में बताया कि उन्हे नागपुर में पांच दिनों तक बाइबिल पढाने के लिए ले जाया जा रहा था। उनके जाने की व्यवस्था झाबुआ के पास्टर हटेसिंह गोंदिया ने की थी। बच्चों की संख्या करीब साठ है। बजरंग दल की पहल पर आरपीएफ ने इन बच्चों को ट्रेंन से उतारा और इन्हे थाने ले जाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही सीएसपी विवेक सिंह चौहान समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पंहुच गए थे। चूंकि यह मामला आरपीएफ के अधिकार क्षेत्र का नहीं है,इसलिए इन बच्चों को जीआरपी के सुपुर्द कर दिया गया। जीआरपी थाने पर बजरंग दल संयोजक आशीष सोनी समेत बजरंग दल के कार्यकर्ता बडी संख्या में मौजूद है।