December 25, 2024

आम चुनाव के बाद बनेगा तीसरा मोर्चा

sharadyadav

जनता दल यूनाईटेड के अध्यक्ष शरद यादव ने कहा
 150 से आगे नहीं बढेंग़े कांग्रेस-भाजपा

रतलाम,18 नवंबर (इ खबरटुडे)।। जनता दल यूनाईटेड के अध्यक्ष शरद यादव ने यहां कहा कि देश में अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव के बाद तीसरा मोर्चा अस्तित्व में आएगा। कांग्रेस और भाजपा के गठबंधन 150-150 सीटों से आगे नही बढ़ पाएंगे। चुनाव में भृष्टाचार, बेकारी, किसानों की आत्म हत्या और शहर से लेकर गांव तक मची जनता के पैसों की लूट प्रमुख मुद्दे रहेंगे।
जिले के बाजना में चुनावी सभा को सम्बोधित करने आए श्री यादव आज शाम मीडीया से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा के पुरानी विचार धारा पर आने से जदयू को गठबंधन तोड़ना पड़ा। तीसरे मोर्चे के लिए धर्म निरपेक्ष दलों की बैठक हो चुकी है। सभी दल अपने बूते पर चुनाव लड़ेंगे और परिणाम आने के बाद मोर्चा बनाएंगे। चुनाव पहले मोर्चा बनाने पर एडजेस्टमेंट में विवाद हो सकते है। नरेंद्र मोदी के बहुमत लाने पर जदयू की भूमिका का सवाल काल्पनिक है। एक प्रश् के उत्तर में श्री यादव ने कहा कि 540 सदस्यों वाली लोकसभा में बहुमत के लिए 272 सीटे चाहिए, लेकिन दोनो पार्टियों के गठबंधन 150 सीटों से आगे नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने नरेंद्र मोदी की रैलियों पर कटाक्ष किया भाजपा थेलियों की पार्टी है। चुनाव पूर्व होने वाले एक्जिट पोल फालतू होते है। इनका जनता पर कोई असर नहीं होता। दुनिया में कहीं भी सही एक्जिट पोल हो सकते है, लेकिन भारत में नही। पांच रायों के चुनाव में सभी जगह बराबरी की लड़ाई है। यादव ने कहा मध्य प्रदेश में जदयू ने 50 से अधिक सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए है। गोंडवाना जनतंत्र पार्टी से उनका गठबंधन है, बाकी जगह उसके लिए वे प्रचार कर रहे है।
यादव ने बाजना में सभा से दो घंटे पहले प्रशासन द्वारा अनुमति निरस्त कर दूसरी जगह सभा की अनुमति देने पर ऐतराज जताया। उनका कहना था इसे वे निर्वाचन आयोग को बताएंगे। गौरतलब है बाजना में स्कूल के पास सभा होने से उसकी अनुमति निरस्त कर दी गई थी। प्रशासन ने जदयू को अंबे चौक में सभा की अनुमति दी।
ईमान से ईमान वाले को दे वोट
यादव ने मतदाताओं से कहा वे चुनाव में ईमान से ईमान वाले को वोट दे। सरकारें कई योजनाओं का बखान करती है, लेकिन वे गरीबों तक नहीं पहुंचती। वोट में जात-पात और धर्म की बिमारी है, जो भूख, गरीबी और बेकारी किसी समस्या में काम नहीं आती। ईमान से वोट डालना ही इसका इलाज है।

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